रायपुर। विधानसभा के बजट सत्र के दौरान राज्यपाल के अभिभाषण के पहले ही माहौल गरमा गया. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि छत्तीसगढ़ सरकार ने राज्यपाल के ख़िलाफ़ हाईकोर्ट में केस किया है. क्या सरकार इस अभिभाषण को मान्यता देती है या नहीं? विपक्ष का हंगामे के बीच राज्यपाल अभिभाषण पढ़ रहे हैं.

विपक्ष ने कहा कि राज्यपाल वही अभिभाषण पढ़ते हैं, जिसे कैबिनेट मंज़ूरी देती है. जब राज्यपाल पर सरकार का विश्वास नहीं फिर इसका क्या औचित्य? पूर्व नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा कि संवैधानिक संकट की स्थिति बन गई है.

बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि जिस सरकार को राज्यपाल पर भरोसा नहीं है. उस सरकार का अभिभाषण राज्यपाल पढ़ रहे हैं. इसका औचित्य क्या है? वहीं सौरभ सिंह और अजय चंद्राकर ने कहा कि राज्यपाल के ख़िलाफ़ हाईकोर्ट में लगे केस को लड़ने सरकार हवाई जहाज़ से बड़े-बड़े वकील बुलवा रही है. उन्हें फ़ीस दिया जा रहा है.

विधायक धर्मजीत सिंह ने कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण अंग्रेजी में है, जो किसी को समझ नही आ रहा. केवल मंत्री टीएस सिंहदेव ही यह अभिभाषण समझ पा रहे हैं. इसे खत्म कीजिए. बेवजह राज्यपाल को तकलीफ देकर कोई मतलब नहीं. राज्यपाल को आराम दीजिए.

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