शैलेन्द्र कुमार श्रीवास, अकलतरा। जांजगीर चांपा के अकलतरा स्थित केएसके महानदी पावर प्लांट के भूविस्थापित मजदूर वापस बहाली नहीं होने से निराश होकर जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया। मजदूर का नाम रामनाथ केंवट है।

नौकरी से बर्खास्त किये गए मजदूरों की बहाली के लिए प्लांट मैनेजमेंट और श्रमिकों के बीच सुलह के लिए पुलिस अधीक्षक पारुल माथुर की अगुवाई में जिला श्रम अधिकारी के कार्यालय में बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में कोई निष्कर्ष न निकलता देख रामनाथ केंवट ने जहर का सेवन कर लिया। जिसके बाद उसे जिला अस्पताल ले जाया गया। जहां उसकी हालत को देखते हुए अपोलो हॉस्पिटल रेफर किया गया।

बताया जा रहा है कि 11 माह से निलंबन झेल रहे भू-विस्थापित अपने हक के लिए लगातार आंदोलन कर रहे हैं। कुछ नेताओं द्वारा जिला प्रशासन को 16 अगस्त तक का अल्टीमेटम दिया था जिसके बाद कोई हल नहीं निकलने पर 17 अगस्त से कलेक्ट्रेट कार्यालय में धरना देने का निर्णय लिया गया था। चेतावनी के बाद जिला प्रशासन द्वारा पुलिस अधीक्षक के अगुवाई में बैठक का आयोजन किया गया था।