नई दिल्ली.   उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक नाबालिग से रेप की कोशिश की जाती है. जब पीड़िता की मां इसके लिए पुलिस में शिकायत के बाद बयान दर्ज करने के अपने फैसले से पीछे नहीं हटती है, तो उन्हें सबके सामने बेरहमी से मारा जाता है, इतना मारा जाता है कि वो मर जाती हैं. पुलिस के मुताबिक रेप के मामले में आबिद, मिंटू, महबूब, चांद बाबू, जमील और फिरोज बतौर आरोपी है.

 दरअसल, नाबालिग से बलात्कार का यह मामला 2018 का है. तब इन आरोपितों ने दिन-दहाड़े 13 साल की लड़की को अगवा कर लिया था और उसके साथ रेप की कोशिश की थी. पुलिस ने इस मामले में महबूब समेत उसके पाँच साथियों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज किया था. इस मामले में चंद दिनों पहले ही  हाल ही में आरोपितों को ज़मानत मिली थी. पुलिस के अनुसार, रिहा होते ही 9 जनवरी को ये सारे आरोपित पीड़िता के घर में जबरन घुसे और फिर उन पर केस वापस लेने का दबाव बनाया.

बलात्कार के प्रयास मामले में पीड़िता की मां मुख्य गवाह थीं. पीड़िता की मां ने जब केस वापस लेने से इनकार कर दिया तो बबलू, मिंटू और महबूब समेत आधा दर्जन लोगों ने मिलकर चापड़ व डंडों से पीड़िता की मां और मौसी को इतनी बुरी तरह से पीटा कि वो दोनों अधमरी हो गईं. इस हमले में पीड़िता की मां रूबी की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि मौसी रुखसाना गंभीर रुप से घायल हैं, जिनका इलाज अभी जारी है.