राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। किचन पॉलिटिक्सः किचन तक किसी की एंट्री हो तो ये समझा जाता है कि वो सख्श उस परिवार के सदस्य जैसा ही है। रिश्ते-नातों में तो ऐसी किचन एंट्री सामान्य बात है। वहीं ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) आम कार्यकर्ताओं के किचन में सीधी एंट्री मार रहे हैं। सिंधिया कार्यकर्ता के परिवार के सदस्यों से हाल-चाल पूछकर मुसीबत की भी जानकारी ले रहे हैं। किचन एंट्री की ये सियासत बीजेपी कार्यकर्ताओं को खूब भा रही है। सिंधिया का ये आम अवतार उन्हें उनका कायल बना रही है।

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सिंधिया की किचन एंट्री पर कांग्रेस तंज कस रही है। कांग्रेस प्रवक्ता विक्की खोंगल (Congress spokesperson Vicky Khongal) ने कहा कि सिंधिया को किचन से अधिक फोकस लोगों के दिलों पर करना चाहिए। आज किचन के साथ दिलों तक एंट्री की जरूरत है।

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पिछले दिनों बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (BJP National President JP Nadda) के साथ ज्योतिरादित्य सिंधिया जबलपुर दौरे पर पहुंचे। इस दौरान दोनों नेता बीजेपी कार्यकर्ता आशीष अहिरवार के घर पहुंच गए। घर में एंट्री हुई तो सिंधिया ने अनायास ही आशीष के घर की किचन में घूस गए। गणेशी बाई ने कहा कि बैठक कक्ष से उठकर सिंधिया किचन में आए और पूछा माताजी गरमा-गरम क्या बना रही हो। फिर वो मुझे बैठक तक साथ ले गए और सबके साथ फोटो खिंचवाया।

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इससे पहले सिंधिया कई कार्यकर्ताओं के घर की किचन में ऐसी ही एंट्री कर चुके हैं। तीसरी लहर के बाद सिंधिया ने अपने समर्थक कृष्णा घाडगे के मकान के उद्घाटन पर पहुंचकर सबको चौंका दिया था। नए मकान की बधाई देने का समय आया तो सिंधिया कृष्णा घाडगे की किचन में खड़े नजर आए थे। किचन में पहुंचकर सिंधिया ने घाडगे परिवार को न सिर्फ नए आवास की शुभकामनाएं दीं थी बल्कि घाडगे परिवार की नई किचिन की तारीफ भी की थी। कृष्णा घाडगे कहते हैं सिंधियाजी का अपनत्व ही ऐसा है कि वो बिना किसी झिझक के चिकिन तक पहुंच जाते हैं। ऐसे एक-दो नहीं कई उदाहरण हैं।

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