अजय शर्मा,भोपाल। मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के नजदीकी जिले सीहोर (Sehore) में 7 दिवसीय शिवपुराण कथा और रुद्राक्ष महोत्सव का आयोजन किया गया है. कथावचक प्रदीप मिश्रा ने कुबेरेश्वर धाम में कथा का आयोजन करवाया है. पहले दिन गुरुवार को लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच गए. जिससे भारी अव्यवस्था हुई और लोगों को जान तक गंवानी पड़ी. अब इस मामले में मानव अधिकार आयोग ने स्वत: संज्ञान लिया है.

कुबेरेश्वर धाम में अव्यवस्थाओं के कारण नागरिकों को हुई कई असुविधाओं को लेकर मप्र मानव अधिकार आयोग ने संज्ञान लिया है. आयोग ने सीहोर कलेक्टर और एसपी सीहोर से पांच बिन्दुओं पर नोटिस जारी किया है. एक सप्ताह में तथ्यात्मक प्रतिवेदन मांगा है. बच्चे और महिला की मौत पर सवाल पूछे गए है. जिसमें कहा गया है कि प्रशासन ने क्या इंतजाम किए थे ?

कुबेरेश्वर धाम: भोपाल-इंदौर हाईवे जाम खुला, रुद्राक्ष बांटना बंद, लौटने लगे श्रद्धालु, शिव पुराण कथा का आज दूसरा दिन, डेढ़ लाख भक्त अभी भी मौजूद

दरअसल रुद्राक्ष लेने आए श्रद्धालुओं में महाराष्ट्र (Maharashtra) के 3 वर्षीय बालक की तबीयत खराब होने से अचानक मौत (Death) हो गई. जिला अस्पताल के सूचना पटल पर लगी सूची में 24 घंटे में दो महिलाओं और एक 3 साल के बालक की मौत हो गई, जबकि 70 लोग घायल है. मृतक बालक का नाम अमोघ भट्ट (3) पिता विनोद भट्ट है, जो कि महाराष्ट्र के जलगांव (Jalgaon) का निवासी है.

कुबेरेश्वर धाम में हालात बेकाबू: एक महिला की मौत, रुद्राक्ष महोत्सव में शामिल होने महाराष्ट्र से पहुंची थी श्रद्धालु

जिले के ग्राम चितावलिया हेमा में भागवत भूषण पंडित प्रदीप मिश्रा (Pandit Pradeep Mishra) के कुबेरेश्वर धाम (Kubereshwar Dham) में रुद्राक्ष महोत्सव (Rudraksh Mahotsav) और शिव पुराण कथा का आज दूसरा दिन है. आज यहां लगभग डेढ़ लाख श्रद्धालु जुटे हैं. बताया गया है कि कल लगभग 10 लाख से अधिक लोग आ गए थे. इसके बाद रुद्राक्ष वितरण स्थल पर बैरिकेड आदि टूट जाने के कारण रुद्राक्ष वितरण रोक दिया गया है और शिव पुराण कथा सभी श्रद्धालु सुन रहे हैं.

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जानकारी के अनुसार गुरुवार को भारी भीड़ आ जाने के कारण भोपाल इंदौर रोड (Bhopal-Indore Road) पर लगभग 27 किलोमीटर लंबा जाम लग गया था, लेकिन आज दूसरे दिन यातायात व्यवस्था पूरी तरह बहाल हो गई है, क्योंकि रुद्राक्ष वितरण बंद हो जाने के कारण रुद्राक्ष लेने की आस में सीहोर आए लोग अब वापस जाने लगे हैं. इस समय कुबेरेश्वर धाम में लगभग डेढ़ लाख लोग मौजूद है. अधिकांश लोग यहां महाशिवरात्रि के अवसर पर पूजा अर्चना करने और धाम के दर्शन करने के लिए रुके हुए हैं, प्रतिदिन होने वाली शिव पुराण कथा सुनने के लिए भी श्रद्धालु यहां उपस्थित है.

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उल्लेखनीय है कि कुबेरेश्वर धाम से रुद्राक्ष लेने के लिए देश के कोने-कोने से लाखों की संख्या में श्रद्धालु सीहोर आए थे. जिन्हें बुधवार और गुरुवार को रुद्राक्ष मिला, लेकिन भीड़ अधिक हो जाने के कारण रुद्राक्ष वितरण अभी रोक दिया गया है. बताया गया है कि यहां से मिलने वाले रुद्राक्ष के प्रति लोगों में गहरी आस्था है. लोगों का ऐसा मानना है कि स्वास्थ्य लाभ के लिए रुद्राक्ष काफी उपयोगी है और धार्मिक दृष्टि से भी उसका काफी महत्व है. लोगों की इस रुद्राक्ष में गहरी आस्था है. इसलिए पूरे देश के कोने-कोने से लोग इस रुद्राक्ष को लेने के लिए कुबेरेश्वर धाम आश्रम लाखों की संख्या में पहुंच रहे हैं.

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