प्रयागराज. उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद हाईकोर्ट ने मैनपुरी स्थित जवाहर नवोदय स्कूल परिसर में 16 वर्षीय छात्रा की मौत मामले में एसआईटी को जांच पूरी करने के लिए 11 नवंबर तक की मोहलत दी है. प्रदेश सरकार की ओर से मामले में विवेचना के लिए वरिष्ठ अधिवक्ता जीएस चतुर्वेदी ने कोर्ट में दलील पेश करते हुए बताया कि 228 लोगों का सैंपल एकत्रित कर डीएनए टेस्ट की रिपोर्ट के लिए हैदराबाद भेजे गए हैं। इसमें से 76 लोगों की डीएनए रिपोर्ट मिल चुकी है.

याची के मुताबिक मामला पुराना हो गया है, जिसमें देरी होने के कारण उचित सबुत नहीं मिलेगा. याची के मुताबिक पुलिस मामले में केवल लीपापोती कर रही है, जिससे असली आरोपी सामने नहीं लाया जा रहा है. हाईकोर्ट के मुताबिक एसआईटी की नई जांच टीम गठित की गई है, जिसमें काफी अनुभवी अधिकारियों को शामिल किया गया है. हाईकोर्ट ने एसआईटी को 6 सप्ताह में जांच पूरी करने का निर्देश दिया है. इस मामले में जांच में लापरवाही पर एएसपी, डिप्टी एसपी व आईओ को सस्पेंड किया जा चुका है.

बता दें कि हाईकोर्ट ने मामले में निर्देश दिया था कि हाईकोर्ट और बार एसोसिएशन व कोर्ट को भी जांच के दौरान अवगत कराया जाए. कोर्ट के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में नाबालिग के कपड़ों पर सीमेन पाया गया है. उसके सिर पर चोट के निशान थे, लेकिन इसके बाद भी आरोपियों का अभी तक केवल बयान ही लिया गया है.

यह है पूरा मामला

बता दें कि 16 सितंबर 2019 को 16 वर्षीय एक छात्रा जवाहर नवोदय स्कूल परिसर में फंदे पर लटकती मिली थी. पुलिस ने शुरू में दावा किया था कि आत्महत्या का मामला है. दूसरी ओर उसकी मां ने आरोप लगाया था कि उसे परेशान किया गया, पीटा गया और जब वह मर गई तो उसे फांसी के फंदे पर लटका दिया गया. घटना को लेकर छात्रों ने विरोध जताया था. परिवार ने भी कई दिनों तक धरना दिया था.