राकेश चतुर्वेदी, भोपाल। मध्य प्रदेश के पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने प्रदेश के सभी निर्माणाधीन ब्रिज की जांच के निर्देश दिए हैं। वहीं इंदौर के निर्माणाधीन ब्रिज को तकनीकी रूप से सही बताया हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर ब्रिज 90 नहीं 114 डिग्री का है, जेड (Z) आकार का नहीं है।
एमपी के सभी निर्माणाधीन ब्रिज की जांच होगी। पीडब्ल्यूडी मंत्री राकेश सिंह ने इसके निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि सभी निर्माणाधीन ब्रिज की रिपोर्ट बुलाएंगे। कमेठी गठित की जाएगी। कहीं कोई खामी है तो एक्सपर्ट निराकरण करेंगे।
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इंदौर ब्रिज को लेकर कही ये बात
मंत्री राकेश सिंह ने इंदौर के निर्माणाधीन ब्रिज को तकनीकी रूप से सही बताया हैं। उन्होंने कहा कि इंदौर ब्रिज जेड आकार का नहीं है। 90 डिग्री नहीं बल्कि 114 डिग्री है। जिसमें तीन आर्म निकली हैं। टर्निंग रेडियस 20 मीटर है, जो सेफ्टी मेजर्स के दायरे में है। टर्निंग रेडियस कम से कम 15 मीटर होना चाहिए। जगह उपलब्ध नहीं होने के कारण ब्रिज 114 डिग्री बनाया गया, लेकिन सभी सेफ्टी मेजर्स का पालन हो रहा है। स्पीड लिमिट तय की गई है। Z आकर होना गलत बताया गया है।
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भोपाल ब्रिज की तकनीकी खामी होगी दूर
वहीं भोपाल के ऐशबाग में बने रेलवे ओवरब्रिज को लेकर कहा कि भोपाल का ब्रिज 90 नहीं 119 डिग्री है। 119 डिग्री होने के कारण नहीं तकनीकी खामी होने के कारण अधिकारियों पर कार्रवाई हुई है। पीडब्ल्यूडी मंत्री ने कहा कि राजधानी भोपाल में बने ब्रिज की तकनीकी खामी दूर की जाएगी।
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