लखनऊ. लाल किले से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संबोधन पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव की प्रतिक्रिया सामने आई है. उन्होंने कहा कि ‘भाजपा का जब पहला अधिवेशन हुआ था तब भाजपा ने तय किया था कि धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी रास्ता अपनाएंगे. संघ परिवार का रास्ता धर्मनिरपेक्ष और समाजवादी नहीं है. ये मुंह से स्वदेशी हैं लेकिन मन से विदेशी हैं.’
अखिलेश यादव ने कहा कि कुछ संगठन अंग्रेजों ने बनाए थे जिससे भारत को धर्म के आधार पर विभाजित किया जा सके, हिंदू मुसलमान की खाई पैदा की जा सके. इसलिए संघी साथियों को भी अपनी पहली विचारधारा जो थी समाजवादी और सेकुलर को ध्यान करना चाहिए और देश को आगे बढ़ाना चाहिए.
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अखिलेश ने बीजेपी पर तंज कसते हुए कहा कि मैं आज के दिन यह अपील करना चाहता हूं कि भारतीय जनता पार्टी के लोग 15 अगस्त को झूठ ना बोले. हमारी सीमाएं और फौज मजबूत हो, अग्निवीर जैसी व्यवस्था खत्म हो. समाजवादी लोग और दुनिया में कई सारे लोग वॉर के खिलाफ हैं, लेकिन हमारी फौज मजबूत होनी चाहिए. अग्निवीर व्यवस्था जब हम खत्म करेंगे तब जाकर हम मुकाबला कर पाएंगे.
अखिलेश ने कहा कि मुख्यमंत्री ने पूरी भारतीय जनता पार्टी को गच्चा दिया है, यह न भारतीय जनता पार्टी के सदस्य थे और न कभी उनकी विचारधारा कभी इन्होंने पसंद की. केवल कुर्सी पर बैठने के लिए उन्होंने भाजपा की सदस्यता ली है.
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