दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में सक्रिय ड्रग नेटवर्क की मुखिया कुसुम, जिसे ‘ड्रग क्वीन’ के नाम से भी जाना जाता है, सुर्खियों में है। जांच में पता चला कि इस नेटवर्क में उसका पूरा परिवार शामिल था, साथ ही उसके रिश्तेदार भी इसमें जुड़े हुए थे। पुलिस ने बताया कि कुसुम की बेटियों के बैंक खातों में पिछले डेढ़ साल के अंदर करोड़ों रुपये जमा किए गए थे। इसके अलावा, उसके घर में खुफिया रास्तों का भी खुलासा हुआ है, जिनका इस्तेमाल नेटवर्क संचालन और सुरक्षित लेन-देन के लिए किया जाता था। पुलिस ने परिवार और नेटवर्क के अन्य सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है और जांच जारी है।
जांच में पता चला है कि कुसुम की संपत्तियां 15 करोड़ रुपये से अधिक की हो सकती हैं, जो दिल्ली से उत्तर प्रदेश तक फैली हुई हैं। पुलिस के मुताबिक, कुसुम खुद नेटवर्क चलाती थी और अपने परिवार की मदद से इसका संचालन करती थी। उसकी बेटियां दीपा और अनुराधा सप्लायर और क्लाइंट्स का रिकॉर्ड संभालती थीं, यानी नेटवर्क में वित्तीय और लेन-देन का पूरा हिसाब-किताब उनके पास होता था। वहीं उसका बेटा अमित नए ग्राहकों को नेटवर्क से जोड़ने का काम करता था। पुलिस ने परिवार और नेटवर्क के अन्य सदस्यों के खिलाफ जांच तेज कर दी है और उनकी संपत्तियों और वित्तीय लेन-देन का पूरा हिसाब लगाया जा रहा है।
मार्च में गिरफ्तार हो गया था बेटा
ड्रग नेटवर्क की मुखिया कुसुम और उसकी दोनों बेटियां अभी भी फरार हैं। पुलिस के अनुसार, गांव में उसके रिश्तेदार लॉजिस्टिक्स संभालते थे और उत्तर प्रदेश तथा दिल्ली में बेनामी संपत्तियां खरीदकर नेटवर्क को मजबूत करते थे। मार्च में सुल्तानपुरी में उसके घर पर छापेमारी के दौरान कुसुम के बेटे अमित को गिरफ्तार कर लिया गया था। इसी छापेमारी में 500 से ज्यादा हेरोइन के पैकेट, 14 लाख रुपये नकद और एक ब्लैक स्कॉर्पियो SUV बरामद किए गए।
583 पन्नों की चार्जशीट दाखिल
सुल्तानपुरी इलाके में ड्रग नेटवर्क के मामले में मई में अमित की गिरफ्तारी के बाद 583 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई। पुलिस ने चार्जशीट में बताया कि वित्तीय जांच के दौरान अनुराधा और दीपा के बैंक खातों में करोड़ों रुपये जमा पाए गए, जो स्पष्ट रूप से उनके ड्रग सिंडिकेट में शामिल होने की पुष्टि करते हैं। चार्जशीट में यह भी उल्लेख किया गया कि अमित लगभग पांच साल से इस नेटवर्क के साथ जुड़ा हुआ था और नए क्लाइंट्स नेटवर्क में जोड़ता था। रोहिणी की अदालत ने इस चार्जशीट को स्वीकार कर लिया है और अब मामले की आगे की कानूनी कार्रवाई जारी है।

कुसुम का किले जैसा घर
पुलिस ने खुलासा किया है कि दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में सक्रिय ड्रग नेटवर्क की मुखिया कुसुम का घर फोर्ट जैसी सुरक्षा से लैस था। उसके घर की गली के दोनों सिरों पर लोहे के गेट लगाए गए थे और हर तरफ CCTV कैमरों से निगरानी की जाती थी। पुलिस के अनुसार, गली के दोनों गेट पर छोटे लड़कों को भी तैनात किया गया था। ग्राहक, सप्लायर या अन्य कोई भी व्यक्ति कुसुम से मिलने के लिए अंदर आना चाहता था तो उसे पूरी सुरक्षा जांच से गुजरना पड़ता था। केवल इसके बाद ही वह कुसुम से मिल पाते थे। इसके अलावा, मुलाकात के बाद जब लोग घर से बाहर निकलते थे, तो उन्हें दूसरे गेट से बाहर जाने के लिए कहा जाता था, ताकि नेटवर्क की सुरक्षा और गोपनीयता बनी रहे।
MCOCA के तहत कार्रवाई शुरू
दिल्ली के सुल्तानपुरी इलाके में सक्रिय ड्रग नेटवर्क की मुखिया कुसुम और उसके परिवार के खिलाफ अब MCOCA (महाराष्ट्र संगठित अपराध अधिनियम) के तहत कार्रवाई शुरू की जाएगी। यह कानून संगठित अपराध के मामलों में इस्तेमाल होता है। पुलिस के मुताबिक, कुसुम और उसके परिवार की संपत्तियां लगभग 15 से 20 करोड़ रुपये के आसपास हो सकती हैं। अब तक 8 संपत्तियां जब्त की जा चुकी हैं, जिनकी कुल कीमत करीब 4 करोड़ रुपये है। इसके अलावा, बेटियों दीपा और अनुराधा के बैंक खातों में पिछले डेढ़ साल में करोड़ों रुपये जमा पाए गए हैं। पुलिस ने बैंक को सेक्शन 94 BNSS के तहत नोटिस भेजा है, ताकि अकाउंट होल्डर का हिसाब-किताब स्पष्ट हो सके। पुलिस ‘डैनी’ नाम के शख्स की भी तलाश कर रही है, जिसे कुसुम का भाई बताया गया है। वह बुलंदशहर से ड्रग्स सप्लाई करता था और नेटवर्क में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता था।
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