सत्यपाल सिंह राजपूत. रायपुर. मृतक के अंगदान की प्रक्रिया शुरू किये जाने के लिए राज्य स्तर पर प्रयास प्रारंभ कर दिये गये है. इसके लिए रिजनल आर्गन एण्ड टिशु ट्रांसप्लान्ट (रोटो) आर्गनाईजेशन मुंबई 22 से 26 मार्च तक 5 दिवसीय कार्यशाला आयोजित करने जा रहा है.

 केन्द्रीय जेल के सम्मुख स्थित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के हॉल 6 में यह कार्यशाला आयोजित है. इसका मुख्य उद्देश्य राज्य में स्टेट आर्गन एण्ड टिशु ट्रांसप्लान्ट आर्गनाईजेशन (सोटो) का गठन है.

इस शिविर में देंगे ये जानकारी

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Posted by Lallu Ram on Tuesday, 16 March 2021

 

इस दौरान मृतक के अंगो के अंगदान हेतु ट्रांसप्लान्ट कोआर्डिनेटर को प्रशिक्षण एवं अन्य आवश्यक प्रक्रियाओं की जानकारी दी जाएगी. इसमें पंजीयन अनिवार्य व निःशुल्क होगा. इस कार्यशाला के लिए ऐसे अस्पताल जहां ट्रांसप्लान्ट हो रहा है या जो ट्रांसप्लान्ट शुरू करना चाहते है, वे सभी इस कार्यशाला में शामिल हो सकते है.

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कार्यशाला के लिए 50 की संख्या निर्धारित की गई है. जो चिकित्सक, ट्रान्सप्लान्ट कोआर्डिनेटर व नर्स कार्यशाला में शामिल होना चाहते है, उन सभी को अपना पंजीयन कराना होगा, जो कि निःशुल्क होगा पहले पंजीयन कराने वाले को प्राथमिकता दी जाएगी.

जानिये किसे कहते हैं केडेवर ट्रांसप्लांट

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Posted by Lallu Ram on Monday, 15 March 2021

 

ब्रेन डैड मरीज के किसी भी अंग को उनके परिजनों की इजाजत पर दूसरे मरीज में ट्रांसप्लांट किया जाता है इसे केडेवर ट्रांसप्लांट कहते हैं. केडेवर ट्रांसप्लांट देश में तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश, महाराष्ट्र, दिल्ली और गुजरात में किया जा रहा है. छत्तीसगढ़ में अभी इसकी शुरुआत नहीं हुई है. इसे लेकर प्रयास कई वर्षों से किए जा रहे है. यदि केडेवर ट्रांसप्लांट छत्तीसगढ़ में भी शुरू होता है तो यहां के सैकड़ों मरीजों को इसका लाभ होगा. बता दें कि प्रदेश में सैकड़ों ब्रेन डेड मरीज मौजूद है, जिनके कई अंग ट्रांसप्लांट करने योग्य है.

मृतक के अंगदान की प्रक्रिया शुरू करने के लिए लगातार प्रयास किये जा रहे हैं. इसी कड़ी में ये कार्यशाला का आयोजन किया गया है.

डॉ श्रीकांत राजिमवाले, राज्य नोडल अधिकारी मानव अंग प्रत्यारोपण