नई दिल्ली। केजरीवाल सरकार कश्मीरी गेट अंतर्राज्यीय बस टर्मिनल को विकसित करेगी. दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कश्मीरी गेट पर अंतरराज्यीय बस टर्मिनल (ISBT) का निरीक्षण किया. उन्होंने आईएसबीटी मुख्य प्रवेश द्वार के करीब इंट्रा सिटी सरकारी बसों तक सीधे पहुंचने के लिए चल रही सुधार योजना की समीक्षा की. परिवहन विभाग, मौजूदा ट्रांजिट हब को फिर से आकार देने, पुनर्गठित करने, यात्रियों को बेहतर सुविधा प्रदान करने और वहां भीड़ को कम करने का प्रयास कर रहा है. विभाग द्वारा प्रस्तावित नई योजना के अनुसार, कश्मीरी गेट आईएसबीटी में इंट्रा सिटी सरकारी बसों के लिए बस-वे होंगे, जो यात्रियों को इंट्रा सिटी सरकारी बसों में चढ़ने और उतरने में मदद करेंगे और इमारत में प्रवेश किए बिना सीधे आईएसबीटी तक पहुंच सकेंगे.

केजरीवाल सरकार इंप्रूव सर्कुलेशन प्लान पर कर रही काम

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मुझे विश्वास है कि हम आईएसबीटी के अंदर और बाहर जो नए सुधार कर रहे हैं, इससे हमारे पास एक विश्वस्तरीय ट्रांजिट हब होगा, जिस पर दिल्ली को गर्व होगा. पिछली व्यवस्थाओं के अनुसार, डीटीसी और क्लस्टर इंट्रा सिटी बसों ने यात्रियों को कश्मीरी गेट आईएसबीटी से लगभग 400 से 500 मीटर की दूरी पर मोरी गेट बस स्टॉप पर उतारती है. इसके अतिरिक्त डीटीसी, क्लस्टर और अंतरराज्यीय/इंटरसिटी बसें जीटी करनाल सड़क किनारे से प्रवेश करती हैं, जिससे मुख्य सड़क पर भारी भीड़भाड़ होती है. एक बार जब यह बस-वे शुरू हो जाएगा, तो ISBT के आसपास की मुख्य सड़कों पर भीड़भाड़ कम हो जाएगी. इसके अलावा, इन बस-वे और ISBT दोनों से यात्री सुविधाजनक तरीके से पहुंच सकेंगे.

ये भी पढ़ें: BJP से निलंबित नवीन कुमार जिंदल को मिली जान से मारने की धमकी, मेल में उदयपुर का वीडियो भी अटैच

कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 7 पर ट्रैफिक का बोझ होगा कम

चूंकि यह बस-वे बस टर्मिनल के मुख्य प्रवेश द्वार के पीछे है और यह कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 8 तक सीधा पहुंचेगा, तो इससे यात्रियों को कश्मीरी गेट ISBT या इंट्रासिटी बस-वे पर मेट्रो से उतरने में आसानी होगी. इससे वायलेट लाइन मेट्रो उपयोगकर्ता अब गेट नंबर 8 से सीधे बाहर निकल सकेंगे और आईएसबीटी में जा सकेंगे या परिवहन का कोई अन्य साधन ले सकेंगे. इससे कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन के गेट नंबर 7 पर ट्रैफिक का बोझ भी कम होगा.

ट्रांजिट मैप और साइन बोर्ड लगाने के निर्देश

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने टैक्सी-ऑटो चालकों के लिए प्री-पेड बूथ और ऑटो-टैक्सी के लिए पार्किंग स्थल और ओला/उबर और इसी तरह की अन्य सेवाओं के लिए पिकअप ड्रॉप ऑफ पॉइंट विकसित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिया. इस दौरान DMRC की उत्तरी तरफ की कम इस्तेमाल की गई पार्किंग को कश्मीरी गेट आईएसबीटी पर प्रस्तावित संशोधन योजना वर्धित पार्किंग और पिक एंड ड्रॉप ऑफ सुविधा के साथ विलय किया जा सकता है. विशेष रूप से शहर के बाहर के यात्रियों को रास्ता खोजने में कठिनाई हो रही है. उसे आसान बनाने के लिए आईएसबीटी के अंदर और बाहर सभी प्रमुख स्थानों पर पर्याप्त ट्रांजिट मैप और साइन बोर्ड लगाने के निर्देश दिए.

ये भी पढ़ें: पति ने भाई के साथ मिलकर की पत्नी की हत्या, जुर्म को छिपाने दर्ज कराई गुमशुदगी की रिपोर्ट, ऐसे खुला पूरा मामला

ओला-उबर और अन्य टैक्सियों के लिए पिक-अप, ड्रॉप-ऑफ पॉइंट भी बनाए जाएंगे

2002 में स्थापित कश्मीरी गेट मेट्रो स्टेशन रेड, येलो और वेलवेट लाइन का उपयोग है. यह आरआरटीएस से प्रस्तावित और एनसीआरटीसी द्वारा शुरू की जा रही मल्टी मॉडल इंटीग्रेशन प्लान 2019 का हिस्सा है. कश्मीरी गेट 1976 में स्थापित पहला आईएसबीटी था और 9 राज्यों में सेवा प्रदान करता है, जो सभी आईएसबीटी में से सबसे अधिक संख्या है. यहां से प्रतिदिन लगभग 1200 बसें निकलती है और 75 हजार यात्री सफर करते हैं. हाई डेंसिटी पैसेंजर मूवमेंट आईएसबीटी के हर मोड में हर रोज दिखते हैं, इसके कारण यह एक हाई रिस्क जोन भी है.

ये भी पढ़ें: CRIME: कॉन्स्टेबल ने पड़ोसियों पर किया जानलेवा हमला, 3 युवकों के सिर फटे, एक के हाथ की हड्डी टूटी, महिला को भी नहीं छोड़ा

प्रमुख स्थानों पर लगाए जाएंगे ट्रांजिट मैप और साइनेज

परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व में हम दिल्ली परिवहन के बुनियादी ढांचे में संरचनात्मक सुधार लाने और यात्रियों को अधिक से अधिक सुविधा देने के लिए प्रतिबद्ध हैं. कश्मीरी गेट आईएसबीटी पहले से ही मेट्रो और बस दोनों सेवाओं की उपलब्धता के कारण ट्रांजिट हब के रूप में बहुत सारे इंटरसिटी और इंट्रासिटी यात्रियों की जरूरतों को पूरा कर रहा है. मुझे विश्वास है कि हम आईएसबीटी के अंदर और बाहर जो नए सुधार कर रहे हैं, इससे हमारे पास एक विश्वस्तरीय ट्रांजिट हब होगा, जिस पर दिल्ली को गर्व होगा.