
कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। मध्यप्रदेश के मुरैना जिले में पुलिस की खामियों के कारण हत्या के आरोपियों को जमानत मिल गई है। मामले में हाईकोर्ट ने पुलिस प्रशासन के रवैए खासकर टीआई (TI) और जांच प्रणाली को लेकर नाराजगी जाहिर की है। मामले में नूराबाद टीआई (TI) ओपी रावत की मुश्किलें बढ़ने वाली है। हाईकोर्ट ने की टिप्पणी- “TI (टीआई) रावत ने हत्या के मामले की जांच ईमानदारी से नहीं की। अब डीजीपी TI की जांच कर उचित कार्रवाई करें”।
दरअसल मनोज हत्याकांड के तीन आरोपियों को जमानत मिली है। मनोज उचरिया की हत्या की जांच में लापरवाही सामने आई है। मुरैना जिले के नूराबाद थाना क्षेत्र का मामला है। 23 जुलाई 2024 को मनोज की गुमशुदगी दर्ज़ हुई थी और दो अगस्त को उसकी लाश मिली थी। 5 अगस्त को FIR दर्ज हुई थी और 8 अगस्त 2024 को आरोपियों की गिरफ्तारी हुई थी। TI रावत ने CCTV फुटेज का पंचनामा नहीं बनाया था। केस डायरी में CCTV फुटेज की कॉपी भी नहीं रखी गई। लचर जांच के चलते कोर्ट ने आरोपियों को जमानत दे दी है।

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक