छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह को उनके जन्मदिन पर बधाई देने भाजपा के नेता,मंत्री और कार्यकार्ता कोई कसर नहीं छोड रहे है.सभी अपने अपने तरीके से मुख्यमंत्री को जन्मदिन की बधाई दे रहे हैं.ऐसे मे भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष धरमलाल कौशिक भी कहा पीछे रहने वाले थे. उन्होंने भी डॉ रमन सिंह को जनता की ओर से एक बधाई संदेश लिख दिया, जिसमें उन्होंने मुख्यमंत्री के व्यक्तित्व की जमकर तारीफ की और उनके द्वारा किये गये कार्यो का गुणगान किया । इस लेख मे उन्होंने बताया की किस तरह से मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह समाज के हर तबके का ख्याल रखते है.किसानो की चिन्ता मुख्यमंत्री को रात रात भर सोने नही देती हैं.
इस लेख में कौशिक ने लिखा की मुख्यमंत्री ने अनुभव किया कि प्रदेश में अकाल की स्थिति है। सामने छतीसगढ़ का त्योहार दीपावली है। किसान अभावों में है। अब कैसे होगा घर-घर सुआ गीत ? अब बालिकाओं के टोली से छत्तीसगढ़ की मान्य परंपराओं के स्वर गीत कैसे गूंजेंगे? कैसे सुनाई देगी तालियों की आवाज़ अब कैसे होगा बाजे गाजे में साथ यादव भाईयों का घर-घर द्वार जाकर आनंद का घोष ? और उनके कैसे सुनाई देंगे दोहे? किसानों के मायूस चेहरे कैसे मनायेंगे दीपावली? कैसे जलेंगे उनके देहली पर सुखद संभावनाओं के दीप? मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने सोचा छतीसगढ़ बनने के बाद राज्य शासन की भागीदारी में किसानों के साथ एक नये त्योहार का पृष्ठ जोड़ा जाये और उनके मन में आया छत्तीसगढ़ के तेरह लाख किसानों को क्यों न दीपावली के पूर्व बोनस दे दिया जाये। इस अवधारणा का नाम ‘बोनस तिहार’ रखा जाये। इससे किसानों की मुरझाई आकृति में मुस्कुराहट की रेखा खींच जायेगी और डॉ.रमन सिंह की राजनैतिक की साधना सफल हो जायेगी। 2100 करोड़ का बोनस छतीसगढ़ के किसानों को बांटा जाना है। उन्होंने वित्तीय प्रबंधन और प्रशासनिक व्यवस्था को इतना चुस्त दुरुस्त किया। दीपावली के पूर्व 2100 करोड़ रुपये बोनस की राशि किसानों के खाते में चली जाना चाहिए।