सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर वन परिक्षेत्र में इन दोनों बाघ की धमक से ग्रामीणों में दहशत का माहौल है. बाघ अब तक किसान के एक बैल को मारने और एक बैल को बुरी तरह से घायल करने के साथ एक ग्रामीण पर हमला भी कर चुका है. आलम यह है कि बाघ की दहशत से लोगों ने जंगल जाना बंद कर दिया है, यहां तक मवेशियों को भी जंगल में नहीं छोड़ रहे हैं. यह भी पढ़ें : बस्तर की बदलती तस्वीर: लाल आतंक से मुक्ति चाहते हैं ग्रामीण, CAF कैंप को बरकरार रखने की कर रहे मांग

बता दें कि क्षेत्र में बाघ के पैरों के निशान देखकर माहौल में संशय बना हुआ था, लेकिन वन विभाग ने फुट प्रिंट ट्रेस कर इस बात की पुष्टि कर दी है कि जंगल में मौजूद बाघ इधर-उधर विचरण कर रहा है. एक बैल के शिकार और एक बैल के बुरी तरह से घायल होने के बाद रही-सही कसर एक ग्रामीण ने कर दी, जिसे जंगल में बाघ ने हमला करने का प्रयास था, जिससे वह किसी तरह से बचने में कामयाब रहा.

बाघ के हमले से घायल बैल

वन विभाग अब क्षेत्र में मुनादी कराते हुए लोगों को जंगल में न जाने की सलाह दे रहा है. इसके साथ बाघ के हमले से मृत और घायल पशुओं के लिए मुआवजा प्रकरण भी बनाकर किसानों को देने की बात कह रहा है.