अनूप दुबे, कटनी (ढीमरखेड़ा)। मध्य प्रदेश के कटनी जिले की ढीमरखेड़ा जनपद पंचायत अंतर्गत ग्राम पंचायत जिर्री का आश्रित गांव खरहटा बुनियादी सुविधाओं के अभाव से जूझ रहा है। मुख्य मार्ग से 5 किलोमीटर दूर शाहडार के घने जंगलों के बीच बसे इस गांव में न तो बिजली है और न ही स्कूल। इसके साथ ही आंगनबाड़ी, आशा कार्यकर्ता जैसी सुविधाएं भी नहीं है। इतना ही नहीं इस गांव की महिलाओं को लाड़ली बहना योजना का लाभ तक नहीं मिल पा रहा है। कच्ची और जर्जर सड़क के कारण ग्रामीणों को आने जाने में भी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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लल्लूराम डॉट कॉम ने खरहटा गांव की समस्याओं को जब प्रकाशित किया, तो प्रशासन सक्रिय हुआ। विद्युत विभाग के अधिकारियों ने गांव तक बिजली पहुंचाने की प्रक्रिया शुरू की, लेकिन वन विभाग से अनुमति न मिलने के कारण विद्युत आपूर्ति अटक गई। कटनी जिले के अधीक्षण अभियंता श्रीराम पांडे ने बताया कि, वन विभाग से अनुमति न मिलने के कारण गांव तक बिजली नहीं पहुंच पा रही है। सौर ऊर्जा के माध्यम से गांव में विद्युत व्यवस्था बनाने के लिए सर्वे करवाया जाएगा।

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एसडीएम विंकी सिंहमारे ने जनपद सीईओ के माध्यम से सर्वे करवाकर गांव की समस्याओं का निराकरण करवाने का आश्वासन दिया है। एसडीएम ने बताया कि, वन विभाग की अनुमति के संबंध में जानकारी ली जाएगी। लाडली बहना योजना का पोर्टल बंद होने के कारण महिलाओं को योजना का लाभ नहीं मिल पा रहा है। जैसे ही पोर्टल चालू होगा महिलाओं को योजना का लाभ दिलवाया जाएगा।

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