फिरोज अहमद/दरभंगा: जिले के संयुक्त कृषि भवन परिसर में आयोजित 2 दिवसीय कृषि यांत्रिकरण मेला का उद्घाटन उप विकास आयुक्त चित्रगुप्त कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया. इस अवसर पर उप निदेशक जन संपर्क सत्येंद्र प्रसाद, जिला कृषि पदाधिकारी सिद्धार्थ, सहायक निदेशक कृषि अभियंत्रण दरभंगा डॉ. आकांक्षा सहायक निदेशक यान्त्रीकरण, अनुमंडल कृषि पदाधिकारी सदर हरिमोहन मिश्र, सहायक निदेशक पौधा संरक्षण दरभंगा मो. शाहिद जमाल, सहायक तकनीकी प्रबंधक, प्रखंड तकनीकी प्रबंधक एवं अन्य गणमान्य उपस्थित थे.
कृषि क्षेत्र में करें उपयोग
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज किसानों के लिए बहुत महत्वपूर्ण दिन है. उनको उत्पादन बढ़ने से संबंधित नई तकनीकी से रूबरू कराया जा रहा है. उन्होंने कहा कि कृषि विभाग का हमेशा से प्रयास रहा है कि कृषि क्षेत्र में जो भी आविष्कार हो रहा है, तकनीकी क्षेत्र में वो किसानों तक पहुंचाया जाए. कृषि यांत्रिकरण मेला का मुख्य उद्देश्य है कि हमारे किसान भाई है, जो कृषि से संबंधित नई उपकरण है, यंत्र है, उससे रूबरू हो सके, उसकी जानकारी ले सके और उनका उपयोग अपने कृषि क्षेत्र में करें.
फसल का हो सके उत्पादन
आगे उन्होंने कहा कि सभी किसान भाइयों को किसान मेला में यांत्रिकरण के संबंध में जानकारी मिलती है और साथ ही विक्रेता गण भी इस मेले में उपस्थित है. अगर उन्हें कोई उपकरण पसंद है. वे उपकरण खरीदारी कर सकते हैं. हरी कृषि क्रांति में हमारे किसान भाई का मेहनत और कृषि वैज्ञानिक के सहयोग से उत्पादन कई गुना बड़ा है, जिसको लगातार कार्य रूप देने की आवश्यकता है. कृषि विभाग इस मामले में उदार है कि बहुत ही अच्छे अनुदान देकर किसानों को उपकरण मुहैया करा रहा है. उन्होंने कहा कि बदलते परिवेश में बदलते मौसम के साथ-साथ और बढ़ती आबादी को भोजन मुहैया कराने के लिए किसान भाई को नई तकनीकी का प्रयोग करना होगा. वहीं, उन्होंने कहा कि कृषि के क्षेत्र में तकनीकी का प्रयोग से ज्यादा से ज्यादा फसल का उत्पादन हो सके.
तकनीकी माध्यम से कर सकें खेती
जिला कृषि पदाधिकारी ने संबोधित करते हुए कहा कि किसान भाई मेला से जानकारी लेकर जाएं और अपने गांव के दूसरे किसान से मेला के संबंध में जानकारी साझा करें, ताकि वे भी तकनीकी माध्यम से खेती कर सकें. उन्होंने किसानों से अनुरोध किया कि समय से आवेदन करें, ताकि उन्हें लाभ मिल सके. कृषि विभाग किसान के साथ हर समय, हर कदम साथ रहेंगे. अनुमंडल कृषि पदाधिकारी ने कहा कि यह मेला सरकार के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, यंत्रों की उपयोगिता बढ़ाने के उद्देश्य से आयोजित किया जाता है. उन्होंने कहा कि किसान यांत्रिकरण से समय पर और सुरक्षित खेती करें, इससे उत्पादन की क्षमता बढ़ती है, किसान को रोजगार भी प्राप्त होता है. ससमय बुआई की जाती है, कटाई होती है, किसान का इनकम बढ़ता है और समय की बचत होती है. साथ ही साथ किसान भाई योजनाओं का लाभ उठाए.
कृषि वैज्ञानिक से हो रूबरू
वहीं, उन्होंने कहा कि साल में अलग-अलग मौसम में मेला का आयोजन किया जाता है. साथ ही कृषि वैज्ञानिक से रूबरू होते हैं एवं उनके द्वारा सुझाव दिया जाता है ताकि कृषि क्षेत्र में लाभ हो सके. उन्होंने कहा कि जो किसान यहां उपस्थित हैं, वे अपने माध्यम से अपने क्षेत्र के किसानों को जानकारी दें कि कृषि यांत्रिकरण मेला में कृषि से संबंधित उपकरण/औजार अनुदान पर उपलब्ध है, वे मेला भ्रमण कर इसकी जानकारी प्राप्त करें और लाभ उठाए. उन्होंने कहा कि इस मेला का यही उद्देश्य है कि आर्थिक रूप से कमजोर किसान जो उन्नत कृषि तकनीकी से अनभिज्ञ है और इसका लाभ नहीं उठा पाए हैं, वे यहां आएं और इसका लाभ उठाए.
कृषि को बना चुके हैं अपना आधार
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त एवं अन्य विशिष्ट अतिथि गण कृषि यांत्रिकरण मेला में लगे सभी स्टॉल का एक-एक कर अवलोकन किया तथा रीपर कंबाइंडर की चाभी आवेदक किसान को प्रदान किया. 21 स्टॉल कृषि विभाग के द्वारा लगाया गया. इस अवसर पर किसान राजा चौपाल को कस्टम हायरिंग सेंटर का चाभी, मल्टीक्रॉप थ्रेशर, रोटावेटर जीरो टिलेज, रीपर प्रदान किया गया. साथ ही सावित्री देवी को रीपर बाइंडर, रैशम मांझी, अरुण यादव, राजकुमार साह, छोटू दास, राज नारायण मिश्र, जवाहरलाल झा, त्रिलोक नाथ मिश्रा आदि को चाभी प्रदान किया गया. कृषि मेला में कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा उन्नत कृषि, कृषि में आधुनिक तकनीक का प्रयोग, उन्नत बीज, फसल चक्र, जैविक खेती के लाभ, मृदा स्वास्थ्य कार्ड, बीज की गुणवत्ता जांच के लाभ से किसानों को अवगत कराया गया. बताया गया कि उन्नत कृषि अपनाकर पंजाब व हरियाणा के किसान कृषि को अपना आधार बना चुके हैं.
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