मथुरा। इटावा कथा वाचक मामले में देवकीनंदन महाराज (Devkinandan Maharaj) का बड़ा बयान सामने आया है। जिसमें उन्होंने कहा कि किसी भी सनातनी की चोटी काटना, अपमान करना निंदनीय है। व्यासपीठ की भी मर्यादा है। प्रत्येक योग्य व्यक्ति ही इसका अधिकारी है। हमने रसखान को भी सुना है। हम उनके पद, गाते है। चोटी, कलावे को प्रचार करते हैं।

तब ये लोग चुप क्यों थे

देवकीनंदन महाराज (Devkinandan Maharaj) ने तीखे लहजे में कहा कि बड़े लोग जातिगत राजनीति के लिए सनातन को न बांटे। व्यक्तिगत विवाद, आरोप प्रत्यारोप की जांच के लिए प्रशासन की जिम्मेदारी है। उन्होंने सवाल पूछा कि कुछ दिन पहले मथुरा में एक मुस्लिम टेंपो वाला पकड़ा गया था। उसने 23 लड़कियों के साथ दुर्व्यवहार किया था। उनके फोटो, वीडियो और सब… तब ऐसे बड़े लोग क्यों चुप थे।

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स्त्री के मान सम्मान से ज्यादा

देवकीनंदन महाराज (Devkinandan Maharaj) ने कहा कि क्या एक पुरूष का मान सम्मान एक स्त्री के मान सम्मान से ज्यादा है। हम स्त्रियों के मान और सम्मान के लिए क्यों खड़े नहीं हुए। इसका मतलब ये नहीं है कि मैं कह रहा हूं कि पुरूष का अपमान हो जाएं। अपमान किसी का नहीं होना चाहिए। जब लोग लव जिहाद करते है, मूत्र जिहाद करते हैं। थूक जिहाद करते है। सब की बहन-बेटियों पर गंदी नजर रखते है। तब क्यों नहीं बोलते ये सब लोग।

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