प्रयागराज। महाकुंभ भगदड़ को लेकर सपा सांसद राम गोपाल यादव ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि प्रशासनिक लापरवाही की वजह से ये घटना घटी है। योगी और उनके अधिकारियों ने सारे पुल को बंद कर दिया था। वीवीआईपी और अखाड़ों के लिए पुल को खोला गया था। जिसकी वजह से महाकुंभ में भगदड़ मच गई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक इस घटना में हजारों लोगों की जान गई है। कुछ लोग गंगा में बहा गए और कुछ लोगों को दबा दिया गया। संख्या 30 से अधिक न जाने पाए ऐसा मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है।

राम गोपाल बोले- शवों का पीएम नहीं कराया जा रहा

सपा सांसद ने आगे कहा कि लाशें लोगों को नहीं दी जा रही है। शवों को पोस्टमार्टम भी नहीं कराया जा रहा है। 15 हजार, 20 हजार देकर कह रहे है कि डेड बॉडी ले जाओ यहां से ताकि संख्या में न आने पाए ये सब। महाकुंभ में इतनी गंभीर लापरवाही हुई है। इसके बावजूद अभी तक किसी भी अधिकारी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। किसी प्रकार की कोई जिम्मेदारी नहीं फिक्स की गई। यहि हम यहां पर आवाज उठाना चाहते हैं, तो हमारी नोटिस पर कोई सुनवाई नहीं होती है।

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इससे पहले उन्होंने कहा था कि उत्तर प्रदेश के मु्ख्यमंत्री और प्रशासन की घोर लापरवाही से यह घटना हुई है। आश्चर्य की बात यह है कि अभी तक यूपी सरकार ने घटना का होना ही स्वीकार नहीं किया है। पूरे देश के लोग महाकुंभ में आए थे। सरकार ने अभी तक मृतकों के आंकड़े जारी नहीं किए है। सभी लोग अपने परिजनों को लेकर चिंतित है। तरह-तरह की बातें सामन आ रही है। जिस तरह के वीडियो सोशल मीडिया पर दिखाई दे रहा है। उसे देखकर लोगों का हृदय कांप रहा है। इतना सब होने के बावजूद सरकार मृतकों की संख्या जारी नहीं कर रही है। लोग असमंजस की स्थिति में है कि उनके परिजन किस हालत में है। इससे यह स्पष्ट होता है कि आंकड़े छुपाए जा रहे है।

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बता दें कि महाकुंभ क्षेत्र में बीते मंगलवार रात करीब 2 बजे अचानक भगदड़ मच गई थी। जिसमें 30 लोगों की मृत्यु हुई है। 36 से ज्यादा घायलों का प्रयागराज में उपचार चल रहा है। शेष घायलों को उनके परिवार से सदस्य लेकर चले गए हैं। मरने वाले लोगों की संख्या में इजाफा हो सकता है। अभी भी मेला क्षेत्र में कई लोग स्वजनों को खोज रहे हैं। जिनका कोई पता नहीं चल रहा है।