हेमंत शर्मा, इंदौर। जिले के बेटमा थाना क्षेत्र से एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दावा किया जा रहा है कि दलित समाज के लोगों को मंदिर में दर्शन करने से रोका गया, लेकिन इस मामले की सच्चाई कुछ और है।
पुलिस ने बताया कि दलित समाज की बारात मंदिर में पहुंची थी। वहां कुछ लोग गर्भगृह में जाने की कोशिश कर रहे थे, जिन्हें पुजारी ने रोका।

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शराब के नशे में थे बाराती

बताया जा रहा है कि बारात में शामिल कुछ लोग शराब के नशे में थे, इसी कारण पुजारी ने उन्हें गर्भगृह में जाने से मना किया। इस बात को लेकर थोड़ी कहासुनी जरूर हुई, लेकिन इसे जातीय रंग देकर जो वीडियो वायरल किया जा रहा है, वह गलत है। पुलिस का कहना है कि कुछ लोग सोशल मीडिया पर झूठी बातें फैलाकर माहौल बिगाड़ने की कोशिश कर रहे हैं। गलत जानकारी के साथ वीडियो वायरल करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

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