वींद्र कुमार भारद्वाज, रायबरेली। उत्तर प्रदेश के रायबरेली में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र मामले में चौंकाने वाली जांच रिपोर्ट सामने आई है. जहां अब तक कुल बने 19 हजार 7 सौ 75 ऑनलाइन जन्म प्रमाणपत्रों में से केवल 230 ही सही मिले हैं. बाकी बचे हुए 19 हजार 5 सौ 45 जन्म और मृत्यु प्रमाणपत्र फर्जी पाए गए हैं. यह सभी जन्म प्रमाणपत्र सलोन ब्लॉक स्थित छह ग्राम सभाओं में बनाए गए हैं.

बता दें कि दो महीने पहले सलोन ब्लॉक में फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए जाने का मामला सामने आया था. इस मामले में सभी जन्म प्रमाणपत्र सहज जनसेवा केंद्र से जारी हुए थे. बाद में सामने आया था कि जनसेवा केंद्र संचालक जीशान और पिता रियाज ग्राम विकास अधिकारी की आईडी पासवर्ड चुराकर फर्जी जन्म प्रमाणपत्र जारी करते थे. इस मामले में वीडीओ जितेंद्र सिंह यादव ने सलोन थाने में तहरीर भी दी थी कि उसका आईडी पासवर्ड चोरी होकर गलत तरीके से जन्म प्रमाणपत्र जारी किया गया है.

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इस मामले में शासन के निर्देश पर एटीएस जांच करने पहुंची तो जितेंद्र यादव की जीशान के साथ मिलीभगत सामने आई थी। इसके बाद ही वीडीओ जितेंद्र सिंह समेत जीशान और पिता रियाज को गिरफ्तार किया गया था. पुलिस की जांच में सामने आया था कि सलोन ब्लॉक में छह ग्राम सभाओं में 19 हजार से ज्यादा ऐसे फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए गए थे. जिनका इन गांवों से कभी कोई संबंध ही नहीं था. फिलहाल इस मामले में सीडीओ अर्पित उपाध्याय की जांच रिपोर्ट में 19 हजार 7 सौ 75 फर्जी जन्म प्रमाणपत्र बनाए जाने की पुष्टि के बाद एटीएस इस मामले में जांच तेज करेंगी कि कहीं देश विरोधी गतिविधियों से जुड़े लोगों ने तो जन्म प्रमाणपत्र नहीं बनवा लिए हैं.

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