उत्तरकाशी. यमुनोत्री धाम के कपाट आज रविवार को भैया दूज पर दोपहर 12:05 बजे शीतकाल के लिए बंद हो गए. मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रोच्चार और पूजा अर्चना के विधि-विधान के साथ अगले 6 महीने के लिए बंद हो गए हैं. इस मौके पर हजारों श्रद्धालु मौजूद रहे.
बता दें कि यमुनोत्री धाम से मां यमुना की डोली अपने भाई शनि महाराज की डोली के साथ खरसाली के लिए रवाना हुई. शाम तक डोली अपने शीतकालीन प्रवास स्थल पर पहुंचेगी. शीतकाल के दौरान श्रद्धालु मां यमुना के दर्शन खुशीमठ (खरसाली) में कर सकेंगे.
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श्री केदारनाथ धाम के कपाट आज रविवार को सुबह 8 बजकर 30 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद हो गए. मंदिर के कपाट भारतीय सेना की बैंड धुनों और वैदिक मंत्रों के साथ विधि-विधान और धार्मिक परंपराओं के अनुसार कपाट बंद किए गए. इस मौके पर 15 हजार से अधिक श्रद्धालु मौजूद रहे.
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