रायपुर. आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के एक बयान से सिसायी बवाल मच गया है. संघ प्रमुख ने कहा है कि हिंदुओं को कम से कम 3 बच्चे पैदा करना चाहिए. इस बयान पर कांग्रेस नेताओं ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने निशाना साधते हुए कहा कि संघ में जो अविवाहित लोग हैं उन्हें पहले विवाह करना चाहिए. संघ प्रमुख तो बुजुर्ग हो गए हैं. वे शादी नहीं कर सकते हैं, लेकिन उन्हें संघ में अपील करनी चाहिए. हालांकि उनकी बात कही सुनी नहीं जा रही है.

राजीव युवा मितान क्लब को लेकर छत्तीसगढ़ की राजनीति गर्म है. मितान क्लब के युवाओं से भूपेश बघेल के संवाद के बाद से बघेल भाजपा नेताओं और खासकर मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार पंकज झा के निशाने पर है. पंकज झा एक्स पर पोस्ट करते हुए बघेल पर निशाना साधते हुए कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल कांग्रेस से अलग अपनी टीम बनाने में लगे हैं. वे जोगी जी के रास्ते पर चल रहे हैं. अब इस मामले को लेकर बघेल ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.

झा के बयान पर बघेल का पलटवार, कहा – बयान देने BJP में नेताओं की कमी

भूपेश बघेल ने पंकज झा के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि कौन मीडिया सलाहकार हैं ? कहां के रहने वाला है ? सरकार छत्तीसगढ़ से चल रही है कि बिहार से ? क्या भाजपा में राजनीतिक बयान देने के लिए नेताओं की कमी हो गई है. वैसे भी भाजपा के कई बड़े नेता खाली बैठे हुए हैं. चाहे अजय चंद्राकर हो, चाहे धरम लाल कौशिक, य़ा फिर अमर अग्रवाल, राजेश मूणत, नारायण चंदेल, प्रेम प्रकाश पाण्डेय. भाजपा के अंदर का आक्रोश किसी दिन जबरदस्त तरीके से फूटेगा. नाराजगी कांग्रेस में नहीं भाजपा संगठन में बढ़ गई है.

‘प्रदेश में फिर चारा घोटाला को अंजाम देने की तैयारी’

छत्तीसगढ़ राज्य गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष विशेषर पटेल की नियुक्ति पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सवाल खड़ा किया है. बघेल ने कहा कि रमन सरकार के समय भी पटेल गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष थे. उनके कार्यकाल में ही बड़ी संख्या में गायों की मौत हुई थी. गौशालाओं में अनुदान घोटाला का आरोप लगा था. रमन सरकार ने उन्हें अध्यक्ष पद से हटा भी दिया था. अब फिर से उन्हें नियुक्ति दे दी गई है. क्या फिर से प्रदेश में चारा घोटाला को अंजाम देने की तैयारी है ?

‘किसानों से 21 क्विंटल धान नहीं खरीदना चाहती सरकार’

छत्तीसगढ़ में 15 नवंबर से धान खरीदी जारी है. खरीदी के साथ ही सियासत भी जारी है. पक्ष और विपक्ष के बीच खरीदी की व्यवस्था पर वार और पलटवार भी चल रहा है. एक बार फिर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खरीदी की व्यवस्था पर सवाल उठाया है. बघेल ने कहा कि खरीदी का सिस्टम बहुत ही खराब है. न तो समय पर टोकन कट रहा है और न ही पर्याप्त टोकन मिल रहा है. खरीदी केंद्रों से धान का उठाव भी नहीं हो रहा है. ऐसा लग रहा है कि सरकार किसानों से 21 क्विंटल धान खरीदना ही नहीं चाहती.

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