चंकी बाजपेयी, इंदौर। मध्य प्रदेश के इंदौर नगर निगम अधिकारी चेतन पाटिल के घर करोड़ों की संपत्ति बरामद होने के बाद उन पर बड़ी कार्रवाई हुई है। चेतन पाटिल की सेवाएं समाप्त कर दी गई है। निगम कमिश्नर ने इसे लेकर आदेश जारी कर दिया है।
बता दें कि नगर निगम के उद्यान विभाग में पदस्थ सहायक अधीक्षक चेतन पाटिल के घर और दफ्तर पर मंगलवार सुबह ईओडब्ल्यू की टीम ने छापामार कार्रवाई की थी। इस दौरान उनके पास से 1 करोड़ 84 लाख की संपत्ति का प्राथमिक रूप से आकलन किया गया था।

चेतन पाटिल ने 20 साल पहले नगर निगम में नौकरी शुरू की थी। इस दौरान उन्होंने भ्रष्टाचार कर काली कमाई के जरिए करोड़ों रुपए की संपत्ति अर्जित की थी। इसकी भनक लगते ही EOW एक्शन मोड में आई और छापामार कार्रवाई की।
छापामार कार्रवाई के लिए अलग-अलग टीम गठित
भ्रष्ट अफसर के घर छापामार कार्रवाई के लिए दो अलग-अलग टीम गठित की गई थी। जिसमें तीन से चार वरिष्ठ अधिकारी शामिल किए गए थे। नगर निगम के कार्यालय और सुखलिया स्थित गुलमोहर कॉलोनी के तीन मंजिला मकान पर कार्रवाई की गई। इस दौरान दोनों ही स्थान से ईओडब्ल्यू इलेक्ट्रॉनिक उपकरण और दस्तावेजों से जुड़ी हुई फ़ाइल जब्त की गई।
4 करोड़ रुपए के पौधे साजो सजा के लिए लगाए
बताया जा रहा है कि एनआरआई सम्मेलन के दौरान 4 करोड़ रुपए के पौधे साजो सजा के लिए लगाए गए थे। शहर भर में लगाए गए थे और जिसके यह कार्रवाई हुई, वह भी उद्यान विभाग में ही पदस्थ है। साथ ही अभी तक की कार्रवाई में बताया गया है कि 20 साल की नौकरी में 17 लाख के करीब इनकम और सैलरी होना पाई गई थी।
जिसमें मकान, वाहन और बीमा पॉलिसी सोने चांदी के जेवरात सहित अन्य संपत्ति शामिल की गई है। जो की चल अचल दोनों है। इनमें से बैंक खाते में 40 लाख और डेढ़ लाख रुपए नगद पाए गए हैं। ईओडब्ल्यू ने प्रेस कांफ्रेंस कर पूरी जानकारी दी गई।
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