Rajasthan News: मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में चौरासी और सलूंबर उपचुनावों की तैयारियों से पहले जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अहम बैठक की। इस दौरान उन्होंने जिले की कानून व्यवस्था पर नाराजगी जाहिर की और पुलिस अधीक्षक मोनिका सेन को पुलिस थानों में 5 से 10 साल से जमे पुलिसकर्मियों को हटाने में देरी के लिए सख्त निर्देश दिए। सीएम ने सवाल उठाया, “जब सूची पहले ही दी जा चुकी थी, तो अब तक कार्रवाई क्यों नहीं की गई?”

डीएम पर भी सख्त टिप्पणी

सीएम ने कलेक्टर अंकित कुमार सिंह को भी कड़ी चेतावनी दी, यह कहते हुए कि सरकारी अधिकारियों और कर्मचारियों के अनुशासनहीन आचरण और शांति भंग करने वालों के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाएं।

स्वास्थ्य, शिक्षा और सड़कों के लिए विशेष निर्देश

स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा में सीएम ने मलेरिया और डेंगू के बढ़ते मामलों पर चर्चा की और ग्रामीण इलाकों में फॉगिंग अभियान को तेज करने के निर्देश दिए। शिक्षा विभाग की समीक्षा में उन्होंने स्कूलों की गुणवत्ता में सुधार और सरकारी योजनाओं को छात्रों तक पहुंचाने पर जोर दिया। पीडब्ल्यूडी को त्योहारों से पहले सड़कों की मरम्मत सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

मुख्यमंत्री ने डूंगरपुर में आयोजित बीजेपी संगठन की बैठक में पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं से एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने आगामी उपचुनावों में जीत सुनिश्चित करने के लिए पार्टी की नीतियों को जन-जन तक पहुंचाने का आग्रह किया। दोनों नेताओं ने गुटबाजी से बचने और पार्टी की तय रणनीति के अनुसार काम करने पर जोर दिया।

बैठक में आगामी 6 उपचुनावों के लिए व्यापक चर्चा की गई, जिसमें कार्यकर्ताओं से जमीनी स्तर पर जनता से संवाद स्थापित करने और विपक्ष की कमजोरियों को उजागर करने की रणनीति पर काम करने का निर्देश दिया गया। पार्टी ने साफ किया कि कैंडिडेट का चयन प्रदेश स्तर पर होगा, इसलिए गुटबाजी और विवादों को समाप्त किया जाए।

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