कर्ण मिश्रा, ग्वालियर। अगर आपकी दोस्ती खराब लोगों के साथ है तो आप कभी भी किसी षड्यंत्र या अपराध  में फंस सकते हैं। कुछ ऐसा ही मामला ग्वालियर में सामने आया है। जहां आरोपी ने कुछ आवारा दोस्तों के साथ मिलकर अपने ही दोस्त को लूट लिया। क्राइम ब्रांच का अधिकारी बनकर सभी ने फरियादी से करीब पौने 3 लाख रुपए जबरन ट्रांसफर करा लिए। 

मालदार दोस्त को लूटने की बनाई योजना

दरअसल, उपनगर में रहने वाले यश गोस्वामी ने अपने दोस्तों पोसू किरार सोनू किरार और एक अन्य युवक के साथ मिलकर अपने तीसरे दोस्त को लूटने की योजना बनाई थी। आरोपी ने पोसू और सोनू को बताया था कि उसका दोस्त बेहद मालदार है। अगर उसे क्राइम ब्रांच का पुलिस कर्मचारी बनाकर धमकाया जाए तो वो मोटा माल दे सकता है। योजना सुन सभी लोग तैयार हो गए। 

धनतेरस के दिन छीन ली ‘लक्ष्मी’ 

धनतेरस के दिन ऐसा ही हुआ। यश गोस्वामी अपने दोस्त को लेकर घूमने निकला। रास्ते में चार बदमाशों ने उन्हें रोक लिया और खुद को क्राइम ब्रांच का कर्मचारी बताया। उन्होंने दोनों को धमकाया कि वे क्रिप्टोकरेंसी का काम करते हैं और मनी लॉन्ड्रिंग में भी उनका नाम सामने आया है। यह सुनकर यश का दोस्त घबरा गया।

युवक ने एफआईआर से बचने ट्रांसफर कर दिए 2.50 लाख रुपए   

उसके पास बीस हजार रुपए नकद थे, जो उसने तुरंत बदमाशों को एफआईआर से बचने के फेर में दे दिए। बाकी ढाई लाख रुपए उसने अपने अकाउंट से ट्रांसफर कर दिए। युवक कई दिनों तक इस मामले को अपने घर वालों से दबाते रहे। लेकिन, जब इन बदमाशों ने युवक को दोबारा तलब किया तो उसने अपने पिता को इस घटना के बारे में जानकारी दी। 

पुलिस के गिरफ्तार करने के बाद किया षड्यंत्र का खुलासा

पिता ने क्राइम ब्रांच में मामले की शिकायत की। इसके बाद पुलिस ने यश गोस्वामी के साथ ही पोसू और सोनू नामक युवकों को भी पकड़ा। ग्वालियर सीएसपी अशोक जादौन ने बताया कि यश ने पूरे षडयंत्र को उजागर करते हुए कहा कि उसका दोस्त मालदार आसामी था। इसलिए उसे लूटने की योजना बनाई गई थी। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

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