सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर। जिले के वाड्रफनगर में हजारों लोगों की आबादी के लिए बना प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र खुद बीमार पड़ा है, क्योंकि यहां मरीजों का इलाज डॉक्टरों के बजाय वार्ड ब्वॉय के भरोसे चल रहा है। डॉक्टरों की तैनाती के बावजूद न तो नियमित इलाज हो रहा है, न ही ग्रामीणों को सुविधाएं मिल पा रही हैं। हैरानी की बात यह है कि जब वार्ड ब्वॉय से इस बारे में पूछा गया तो उसने कहा कि वह अपने पिता के अनुभव के आधार पर मरीजों का इलाज करता है, क्योंकि उनके पिता स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत थे।
बता दें कि वाड्रफनगर के पण्डरी में मौजूद इस प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 2 डॉक्टर और 2 नर्स पदस्थ हैं, लेकिन आज दोपहर 12 बजे तक सभी अपनी ड्यूटी से नदारद थे। इस दौरान अस्पताल में आने वाले मरीजों का इलाज वार्ड ब्वॉय आकाश सिंह द्वारा किया जा रहा था। इस घटना से यह सवाल उठता है कि यदि सरकारी अस्पतालों में वार्ड ब्वॉय इलाज करेंगे, तो डॉक्टर और नर्स अपनी जिम्मेदारियों से क्यों पीछे हट रहे हैं? ड्यूटी के समय डॉक्टर और नर्स कहां थे?
मामले की जांच के बाद दोषियों पर होगी कार्रवाई – CMHO
लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने जिले के मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी (CMHO) डॉ. बसंत सिंह से संपर्क किया। उन्होंने बताया कि प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में स्टाफ की कमी है। लेकिन, आपके माध्यम से मिली जानकारी के अनुसार, यदि वार्ड ब्वॉय मरीजों का इलाज कर रहे हैं, तो इस मामले की जांच की जाएगी। दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई होगी।
यह घटना स्वास्थ्य विभाग की गंभीर लापरवाही को उजागर करती है। अब देखना होगा कि जिम्मेदार अधिकारी इस मामले में क्या कदम उठाते हैं।
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