सीतापुर. इमलिया सुल्तानपुर थाना क्षेत्र में पत्रकार राघवेंद्र बाजपेई की गोली मारकर हत्या के मामले में बड़ा खुलासा हुआ है. हत्या के 34 दिन बाद गुरुवार को पुलिस ने खुलासा करते हुए बताया है कि पत्रकार की हत्या की सुपारी यहां के एक पुजारी बाबा शिवानंद उर्फ विकास राठौर ने दी थी. मामला पुजारी के कुकर्म से जुड़ा है. पुलिस ने बाबा के साथ सुपारी लेने वाले निर्मल सिंह और असलम गाजी को भी धर दबोचा है. हालांकि पत्रकार की हत्या करने वाले शूटर अभी पुलिस की पकड़ में नहीं आए हैं.

बता दें कि बीते 8 मार्च को लखनऊ-दिल्ली नेशनल हाईवे पर हेमपुर रेलवे क्रासिंग के पास बने ओवर ब्रिज पर बाइक सवार हमलावारों ने पहले राघवेंद्र बाजपेई की बाइक को टक्कर देकर गिराया था. फिर उन पर तीन राउंड फायरिंग की थी. गोलीबारी की आवाज सुनकर आसपास के लोग मौके पर इकट्ठा हुए. पुलिस ने राघवेंद्र को अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था.

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वारदात के 10 दिन पहले मिली थी धमकी

पुलिस के मुताबिक तीन गोली उनके कंधे और सीने में लगी थी. वहीं एक बुलेट कपड़ों में फंसी मिली थी. परिजनों के मुताबिक राघवेंद्र को घटना के दिन दोपहर किसी व्यक्ति का फोन आया. बात करने के बाद राघवेंद्र घर से निकला था. जिसके कुछ देर बार राघवेंद्र को गोली मारे जाने की सूचना मिली थी. परिजनों का कहना है कि राघवेंद्र की खबर को लेकर उन्हें वारदाते के करीब 10 दिन पहले भी जान से मारने की धमकी मिली थी.