आज देश भर में श्रद्धा और भक्ति के साथ शनि जयंती मनाई जा रही है. यह पर्व भगवान शनि देव के जन्म दिवस के रूप में मनाया जाता है, जो न्याय के देवता माने जाते हैं. माना जाता है कि शनि देव मनुष्य के अच्छे-बुरे कर्मों के अनुसार फल देते हैं और उनकी कृपा से जीवन में संतुलन और सुधार आता है. विशेष रूप से वे लोग जिनकी कुंडली में शनि की साढ़ेसाती या ढैय्या चल रही है, उनके लिए यह दिन अत्यंत महत्वपूर्ण होता है.

शनि जयंती के अवसर पर लोग व्रत रखते हैं, शनिदेव की पूजा करते हैं और तेल अर्पण करते हैं. शनि मंदिरों में आज विशेष पूजा-अर्चना और हवन का आयोजन किया जा रहा है. पंडितों के अनुसार, आज के दिन कुछ विशेष उपाय करने से शनि की अशुभ दशा से राहत मिल सकती है.
शनि जयंती के प्रमुख उपाय
- काले तिल, काली उड़द और लोहे का दान करें.
- पीपल के वृक्ष की पूजा करें और जल चढ़ाएं.
- “ॐ शं शनैश्चराय नमः” मंत्र का कम से कम 108 बार जप करें.
- शनि चालिसा या शनि स्तोत्र का पाठ करें.
- जरूरतमंदों को भोजन या वस्त्र दान करें.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक