अनूप दुबे, कटनी। कलेक्टर साहब मैं जिंदा हूं, अधिकारियों ने दस्तावेज में मृत साबित कर दिया है… यह कहना है मध्य प्रदेश के कटनी जिले के एक किसान का। किसान ने न्यााय के लिए सीएम हेल्पलाइन में गुहार लगाई, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। परेशान होकर अब वह कलेक्टर की शरण में पहुंचा और अपनी पीड़ा बताई।
कटनी जिले के रीठी तहसील अंतर्गत ग्राम गुरजीकला के किसान रामभरण विश्वकर्मा ने बताया कि 250 क्विंटल धान समर्थन मूल्य पर बेचने के लिए पंजीयन कराया था, लेकिन सिस्टम की एक बड़ी गलती ने उन्हें ज़िंदा होते हुए भी सरकारी कागज़ों में मृत बना दिया। किसान के मोबाइल पर जब पंजीयन से जुड़ा मैसेज आया तो उसमें उसे मृत श्रेणी में दर्शाया गया। समग्र आईडी में भी किसान को मृत बताया गया। जिसके चलते उसका धान खरीदी पंजीयन रद्द हो गया।
ये भी पढ़ें: मैरिज कॉल सेंटर से 2 संचालिका और 20 युवतियां गिरफ्तार: गूगल से सुंदर लड़की की फोटो निकालकर ग्राहक को भेजते थे, फिर मेंबरशिप के बाद शुरू होता था खेल; 1500 लोगों को बनाया शिकार
पीड़ित किसान ने न्याय पाने के लिए सीएम हेल्पलाइन में भी शिकायत दर्ज करवाई है। किसान रामभरण विश्वकर्मा ने बताया कि खाद विभाग की इस गंभीर लापरवाही ने एक जिंदा किसान को कागजों में मृत बना दिया। जिसका सीधा असर उसकी आजीविका पर पड़ा है। सरकारी सिस्टम की एक गलती किसान को मानसिक और आर्थिक रूप से परेशान कर रही है।
अधिकारियों के चक्कर काट-काटकर वह परेशान हो गया है, लेकिन न्याय नहीं मिल पा रहा है। दस दिन तक परेशान होने के बाद किसान कटनी कलेक्टर कार्यालय पहुंचा। जहां उसने अपनी पीड़ा कलेक्टर आशीष तिवारी के सामने रखी। वहीं कलेक्टर ने एसडीएम को मामले को देखने के लिए कहा हैं।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें


