वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर। हाईकोर्ट ने भाटिया डिस्टलरी के गंदे पानी से प्रदूषण के मामले में आज सुनवाई हुई। इस दौरान कोर्ट ने कहा कि नदी में गंदा पानी क्यों और कैसे आ रहा है? पर्यावरण संरक्षण मंडल को इसका पता लगाए, साथ ही मॉनिटरिंग भी करें।

हाईकोर्ट के लिए स्वतः संज्ञान याचिका पर डिवीजन बेंच में सुनवाई हुई। इस दौरान छत्तीसगढ़ पर्यावरण संरक्षण मंडल ने बताया कि बोर्ड ने नदी के पानी की जांच कराई। इसमें पानी की गुणवत्ता पहले की अपेक्षा सुधरी है। इस पर कोर्ट ने कहा कि नदी के पानी में प्रदूषण रोकने के लिए विभाग लगातार कार्रवाई और मॉनिटरिंग करे। इस निर्देश के साथ मामले की सुनवाई अगले माह तय की गई है।

बता दें कि शराब डिस्टलरी का प्रदूषित पानी और केमिकल शिवनाथ नदी में छोड़ने से ग्राम मोहभट्ठा, धूमा में हजारों की संख्या में मछलियां और मवेशी मर गई थी, जिस पर हाईकोर्ट संज्ञान लेकर सुनवाई कर रहा है। इस मामले में मुख्य सचिव, आबकारी विभाग, पर्यावरण विभाग, मुंगेली कलेक्टर, एसपी, आबकारी उपायुक्त को पक्षकार बनाया गया है।