देहरादून। नवरात्रि के अवसर पर धामी सरकार ने महिलाओं को तोहफा देने जा रही है. 5 अक्टूबर से हरिद्वार और सेलाकुई से आंगनबाड़ी पालना केंद्र की शुरुआत होगी. जिसके तहत महिलाएं दिन में किसी भी समय निशुल्क बच्चों को क्रेच में छोड़ सकती हैं.
बता दें कि महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग 5 अक्टूबर को हरिद्वार और सेलाकुई में आंगनबाड़ी कम क्रेच की शुरुआत करने जा रहा है. जहां सुबह से शाम तक किसी भी समय, कितनी भी देर, छह महीने से लेकर छह साल तक के बच्चों को छोड़कर बेफिक्र जाया जा सकता है.
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वैसे तो आने वाले समय में राज्य के पांच जिलों में 32 पालना केंद्र और तैयार किए जाएंगे. जहां महिलाएं दिनभर के लिए या कुछ घंटों के लिए अपने बच्चों को छोड़कर कहीं भी जा सकती हैं. प्राइवेट क्रेच की सुविधाएं महंगी पड़ती हैं. जहां कई बार माता को बच्चों का आहार भी टिफिन में छोड़कर जाना पड़ता है.
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लेकिन सरकारी पालना में न सिर्फ आहार की सुविधा निशुल्क होगी. बल्कि बच्चे की हर आवश्यकता का ख्याल रखा जाएगा. सरकार की योजना है कि जिन आंगनबाड़ी केंद्रों में पर्याप्त जगह है. उन्हें ही पालना के रूप में तैयार किया जाएगा, जिन जगहों पर पालना की बड़ी आवश्यकता है और आंगनबाड़ी केंद्र में जगह कम है तो वहां किराए के भवन में पालना केंद्र शुरू करने की योजना है.
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