रायपुर. केन्द्र सरकार की सहकार से समृद्धि अभियान के तहत छत्तीसगढ़ में सहकारिता आंदोलन को मजबूत किया जा रहा है। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के नेतृत्व में सहकारी समितियों में नई सुविधाएं बढ़ाने के साथ-साथ ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करने के लिए डेयरी, मत्स्य पालन के क्षेत्र में नई सहकारी समितियों के गठन को बढ़ावा दिया जा रहा है। वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने आज जगदलपुर में राज्य में गठित 300 से अधिक नवगठित बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी व मत्स्य सहकारी समितियों का शुभारम्भ किया। गौरतलब है कि भारत के गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह द्वारा नई दिल्ली में आयोजित कार्यक्रम में देशभर के नवगठित 10 हजार से अधिक बहुउद्देशीय पैक्स, डेयरी एवं मत्स्य समितियों के शुभारंभ अवसर पर वन एवं सहकारिता मंत्री वर्चुअल रूप से जुड़े।

वन एवं सहकारिता मंत्री केदार कश्यप ने कार्यक्रम में सुशासन दिवस पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न स्वर्गीय अटल बिहारी वाजपेयी को नमन करते हुए कहा कि अभी प्रदेश में कार्यरत 2058 पैक्स तथा लैम्प्स द्वारा प्रदेश के कृषकों को कृषि ऋण तथा खाद-बीज एवं विभिन्न तरह की सेवाएं प्रदान की जा रही है। इन्हें और अधिक सक्षम बनाया जा रहा है। राज्य में 500 नये बहुउद्देशीय पैक्स के गठन की कार्यवाही प्रक्रियाधीन है। उन्होंने कहा कि राज्य में दुग्ध उत्पादक कृषकों की आय में वृद्धि के लिए एनडीडीबी के साथ राज्य दुग्ध संघ तथा राज्य सरकार के साथ त्रिपक्षीय एमओयू किया गया है। राज्य में 57 से अधिक नवीन दुग्ध समितियों का पंजीयन कर लिया गया है। राज्य के 113 वन-धन समितियों को भी प्राथमिक बहुउद्देशीय लघु वनोपज सहकारी समिति के रूप में पंजीकृत किया गया है। 169 नवीन मत्स्य समितियों का गठन किया गया है।

सहकारिता मंत्री कश्यप ने कहा कि पिछले एक वर्ष में सहकारी बैंकों की 16 नवीन शाखाएं प्रारंभ किए गए हैं। पैक्स समितियों में 2058 माईक्रो एटीएम उपलब्ध कराया गया है। प्रदेश के 2014 पैक्स समितियों को कॉमन सर्विस सेन्टर की सुविधा, 25 पैक्स समितियों में प्रधानमंत्री जनऔषधि केन्द्र प्रारंभ किया गया है। उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ राज्य सहकारी बैंक तथा 06 जिला सहकारी केन्द्रीय बैंकों में 300 से अधिक पदों पर भर्ती की कार्यवाही पूर्ण कर ली गई है और अभ्यर्थियों को नियक्ति पत्र प्रदान किया गया है। राज्य के 2058 पैक्स में प्रधानमंत्री किसान संमृद्धि केन्द्र स्थापित किया गया है, पूर्ण रूप से विकसित होने के उपरान्त इन केन्द्रों में कृषकों को मिटटी परीक्षण, मौसम पूर्वानुमान तथा कृषि तकनीक संबंधी जानकारियां प्राप्त हो सकेंगी। वहीं अन्न भण्डारण योजनांतर्गत 200 मेट्रिक टन क्षमता के 725 नवीन गोदामों का निर्माण किया जा रहा है, जिसमें से 625 गोदामों का निर्माण पूर्ण हो चुके हैं।

कार्यक्रम को सांसद बस्तर महेश कश्यप ने भी सम्बोधित किया। इस मौके पर बस्तर अंचल के 10 नवीन सहकारी समितियों को पंजीयन प्रमाण पत्र, 25 किसानों को रुपे किसान क्रेडिट कार्ड तथा दुग्ध उत्पादक सहकारी समिति बड़े कापसी को माइक्रो एटीएम प्रदान किया गया। साथ ही प्रदेश के पहले ई-पैक्स समिति ओरछा सहित माइक्रो एटीएम से सर्वाधिक ट्रांजेक्शन करने वाले सहकारी समितियों मद्देड़, केशरपाल एवं नारायणपुर सहित लोक सेवा केन्द्र के बेहतर संचालन के लिए पैक्स समितियों माड़पाल, कांकेर, केरलापाल एवं बांसकोट को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया।