
रवि रायकवार, दतिया। Rang Panchami 2025: मध्य प्रदेश में आज धूमधाम से रंगपंचमी का पर्व मनाया गया। दतिया जिले के उनाव सूर्य मंदिर में भी आज श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। कहा जाता है कि यहां दर्शन मात्र से चर्म रोग से मुक्ति मिल जाती है। इस अवसर पर लल्लूराम डॉट कॉम की टीम ने वहां पहुंचे लोगों से पारंपरिक होली के सिलसिले में बातचीत की।
पलाश के फूलों का रंग चढ़कर सूर्य मंदिर में होता है रंग उत्सव पर्व
सूर्य मंदिर में फूलों के रंग से मनाई जाती है। रंग पंचमी पर कई राज्यों के श्रद्धालु भारी संख्या में शामिल होते हैं। सनातन संस्कृति एवं पौराणिक मान्यताओं के अनुसार पलाश के फूलों का रंग बनाकर दतिया के ऐतिहासिक धार्मिक स्थान पर भगवान सूर्य को रंग चढ़ा कर पांच दिवसीय होली उत्सव रंग पंचमी मनाया जाता है। भक्त यहां सूर्य भगवान की होली का हिस्सा बनते हैं और सुखी एवं समृद्ध जीवन के लिए प्रार्थना करते हैं।
चर्म रोग से मिलती है मुक्ति
ऐतिहासिक सूर्य मंदिर जिला मुख्यालय से करीब 17 किलोमीटर दूर स्थित है। मान्यता है कि यहां शारीरिक चर्म रोगों से मुक्ति मिलती है। जिसको लेकर यह स्थान आस्था एवं भक्ति का केंद्र है।
कई कलाकार भी होते हैं शामिल
बता दें कि होली के पांचवे दिन रंग पंचमी महोत्सव के दौरान भगवान सूर्य के यंत्र पर पलाश के फूलों का रंग बनाकर मंदिर प्रांगण में होली खेली जाती है। वहीं स्थानीय कमेटी की ओर से विभिन्न प्रकार के रंगारंग कार्यक्रम और मेले का आयोजन किया जाता है। जिसमें फिल्मी कलाकार से लेकर बुंदेलखंड के स्थानीय प्रसिद्ध कलाकार भी पहुंचते हैं।
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