रायपुर. अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति के अध्यक्ष डॉ. दिनेश मिश्र ने जादू टोने के अंधविश्वास में प्रदेश के बिलासपुर, बैकुंठपुर और कोंडागांव में निर्दोष ग्रामीण महिलाओं की हत्या की कड़ी निंदा की है. उन्होंने कहा कि जादू टोने का कोई अस्तित्व नही है. ग्रामीणों को अंधविश्वास में पड़कर कानून हाथ में नहीं लेना चाहिए.

डॉ. दिनेश मिश्र ने कहा, जानकारी मिली है कि बिलासपुर के चकरभाठा में मटोरा बाई केवट की हत्या जादू टोने से बच्चों को बीमार करने के शक में बैगा के बहकावे में आकर की गई. उसके पहले 2 सितंबर को बैकुंठपुर के जामपारा में परबतिया बाई की हत्या, 24 अगस्त को कोंडागांव में सुकुलदेई कोर्राम की हत्या हुई, जो अत्यंत दुखद, निंदनीय और समाज के लिए शर्मनाक है. इन हत्याओं में उनके रिश्तेदार और पड़ोसी ही लिप्त पाए गए, जो अंधविश्वास में इस प्रकार पड़ गए कि अपना भला बुरा सोचे बगैर अपराध कर बैठे.

उन्होंने कहा कि पिछले कुछ दिनों में ही टोनही /डायन के संदेह में हत्या, मारपीट, प्रताड़ना की 3 घटनाएं सामने आई हैं. सिर्फ अंधविश्वास, जादू टोने जैसी भ्रामक मान्यताओं पर भरोसा कर किसी निर्दोष महिला पर हमला करने की घटनाएं अनुचित है. दोषियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए. अंधश्रद्धा निर्मूलन समिति गांवों का प्रवास कर प्रताड़ित परिवारों से मिलेगी और ग्रामीणों को जागरूक करेगी.

डॉ. मिश्र ने कहा, हर व्यक्ति की बीमारी, समस्या और उसके कारण अलग-अलग होते हैं, जिनका समाधान सही चिकिसकीय उपचार, तर्कसंगत उपाय से किया जा सकता है. बीमारियां अलग-अलग कारणों से होती है, संक्रमण होने से, दुर्घटना होने, कुपोषण से व्यक्ति बीमार होता है. संक्रमण भी विभिन्न बैक्टीरिया, वायरस, फंगस से होता है. तथाकथित जादू टोने से कोई बीमार नहीं हो सकता, क्योंकि जादू टोने जैसी काल्पनिक मान्यताओं का कोई अस्तित्व ही नहीं है, इसलिए तथाकथित जादू टोने से ना ही कोई व्यक्ति किसी को भी मार कर सकता है, न ही किसी को परेशानी में डाल सकता है और न ही किसी व्यक्ति का किसी प्रकार से फसल आदि का कोई नुकसान कर सकता है. जादू टोना, टोनही, डायन की मान्यता सिर्फ अंधविश्वास है, जिसका का कोई अस्तित्व नहीं है.

डॉ. दिनेश मिश्र ने प्रशासन से मांग की है कि इस मामले में तुरंत कार्रवाई की जाए और आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस प्रकार की अनुचित हरकत करने की चेष्टा ना कर सके. समिति इन सभी मामलों में ग्रामीणों से मिलेगी और जागरूक करेगी.