पवन राय, मंडला। मध्य प्रदेश के मंडला जिले का कान्हा नेशनल पार्क बाघों के लिए विश्व प्रसिद्ध है। दुनियाभर के पर्यटक यहां प्रकृति की सुंदरता और बाघ समेत अन्य वन्य प्राणियों के दीदार के लिए पहुंचते हैं। लेकिन अब कान्हा नेशनल पार्क एक नई पहल की वजह से और भी खास बनने जा रहा है।
कान्हा टाइगर रिजर्व के क्षेत्र संचालक रविंद्र मणि त्रिपाठी के अनुसार, यहां पहले जंगली भैंसों की उपस्थिति थी, लेकिन समय के साथ उनकी संख्या बहुत कम हो गई। किसी भी प्रजाति की अचानक कमी जंगल पर प्रतिकूल असर डालती है। यही कारण है कि अब असम के राष्ट्रीय उद्यानों से जंगली भैंसों को कान्हा में बसाने की योजना बनाई जा रही है।
ये भी पढ़ें: बाघों की गणना: MP के नए टाइगर रिजर्व में पहली बार गिनती, पेपरलेस होगी प्रक्रिया
सुपखार क्षेत्र को जंगली भैंसों के लिए सबसे उपयुक्त माना गया है। इन्हें पांच चरणों में कान्हा लाने की तैयारी चल रही है। उच्च अधिकारियों के साथ लगातार परामर्श जारी है और जल्द ही इस दिशा में कदम उठाए जाने की उम्मीद है। इस पहल से न सिर्फ वन्यजीवन को मजबूती मिलेगी बल्कि पर्यटकों के लिए भी कान्हा नेशनल पार्क का अनुभव और समृद्ध होगा।
ये भी पढ़ें: एयरपोर्ट बना नागलोक! जहरीले सांप निकलने से मचा हड़कंप, विशेषज्ञों ने दी चेतावनी
कान्हा टाइगर रिजर्व क्षेत्र संचालक रविंद्र मणि त्रिपाठी ने बताया कि कान्हा में पुराने समय से जंगली भैंसों की मौजदूगी रही है। अभी वाइल्ड बफेलो आने का प्रस्ताव है। सुपखार क्षेत्र में स्टडी के बाद प्रपोजल भेजा है। असम के काजीरंगा से लाने की तैयारी है। बातचीत चल रही है, जैसे ही प्रोसेस निर्धारित होगा, लाने की प्रक्रिया की जाएगी।
Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें

