आरजी कर अस्पताल में जिस डॉक्टर का रेप के बाद मर्डर हुआ, उसके पैरेंट्स ने पुलिस पर नए आरोप लगाए हैं. इसके मुताबिक कोलकाता पुलिस ने घटना के तुरंत बाद से ही सबूत मिटाने की कोशिशें शुरू कर दी थीं. एक विशाल विरोध प्रदर्शन में हिस्सा ले रही डॉक्टर की मां ने बताया कि चाहे सरकार हो, प्रशासन हो या फिर पुलिस. केस की शुरुआत से ही हमारे साथ कोई भी सहयोग नहीं कर रहा है. डॉक्टर की मां ने यह भी कहा कि मेरा अनुरोध है कि विरोध प्रदर्शन लगातार चलना चाहिए. यह तब तक चलना चाहिए, जब तक कि हमें न्याय नहीं मिल जाता है.
महिला डॉक्टर के पिता ने भी अपनी बात रखी. उन्होंने कहा कि जन आंदोलन ने उनके अंदर उम्मीद जताई है कि न्याय होगा. उन्होंने कहा कि मैं लोगों से अपील करता हूं कि हमारे साथ खड़े रहें. मुझे पता है कि न्याय इतनी आसानी से नहीं मिलेगा. हमें सुनिश्चित करना है कि न्याय हो. मुझे आशा है कि लोग हमारा साथ देंगे, क्योंकि यही लोग हमारी ताकत हैं. डॉक्टर के माता-पिता मेडिकल फैटर्निटी द्वारा निकाले गए मार्च का हिस्सा थे. यह मार्च सियालदह से एसप्लेनेड तक निकाला गया था. इससे पहले 4 सितंबर को महिला के पिता ने पुलिस के ऊपर आरोप लगाया था कि FIR दर्ज करने में जान-बूझकर देरी की गई. उन्होंने यह भी दावा किया था कि पुलिस ने उन्हें पैसे लेकर मामले में समझौता करने का दबाव बनाया था.
इसके अलावा पुलिस अफसरों पर मीडिया में गलत बयान देकर लोगों को गुमराह करने का भी आरोप लगाया था. महिला डॉक्टर के पिता ने कहा कि CBI को केस सौंपते वक्त भी सच छिपाया गया. इससे पहले उन्होंने यह भी कहा था कि हम अपनी बेटी का शव दूसरी बार पोस्टमार्टम के लिए सुरक्षित रखना चाहते थे. लेकिन हमारे ऊपर दबाव बनाया गया कि हम उसका अंतिम संस्कार कर दें. उन्होंने कहा कि करीब 300-400 पुलिसवालों ने हमें घेर रखा था. हम घर लौटे और पाया कि बाहर 300 पुलिसवाले खड़े हैं. उन्होंने हालात ऐसे बना दिए कि हम उसका अंतिम संस्कार करने पर मजबूर हो गए.
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