अंबिकापुर. सरगुजा जिले के अंबिकापुर स्थित कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल की मनमानी का मामला सामने आया है. आज 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के अवसर पर पूरे देश में शासकीय अवकाश होता है, लेकिन इस अवसर पर भी सरकारी आदेशों की अवहेलना करते हुए स्कूल प्रबंधन ने छात्र-छात्राओं को स्कूल बुलाया था. इसकी जानकारी मिलते ही हिंदू संगठन ने स्कूल में पहुंचकर पूछताछ की और स्थानीय प्रशासन और शिक्षा विभाग को इसकी जानकारी दी. मामले को लेकर आक्रोशित हिंदू संगठन ने स्कूल प्रबंधन पर इसाई धर्म को बढ़ावा देने के लिए स्कूली बच्चों को धर्म का पाठ पढ़ाने का गंभीर आरोप लगाया है.

युवा मोर्चा कार्यकर्ता दीपक यादव ने बताया कि गांधी जयंती के अवसर पर कॉन्वेंट स्कूल में पूरा भारत बंद है. हम सफाई अभियान में जुटे हुए थे. इसी दौरान हमें सूचना मिली कि कॉन्वेंट बच्चों को ड्रेस में बुलाया गया है. हमने पूछताछ की, तो स्कूल के गार्ड और प्रिंसिपल ने कहा गया कि हम आज कुछ एक्सट्रा एक्टिविटी के लिए बच्चों को बुलाए हैं. वहीं क्या एक्स्ट्रा एक्टिविटी कराई जा रही है, तो प्रिंसिपल ने जानकारी देने से मना कर दिया और कहा कि हमने सिर्फ अपनी कम्यूनिटी (इसाई) के कुछ बच्चों को ही बुलाया है. जबकि इन बच्चों में हमारी एक परिवार की हिंदू बच्ची भी स्कूल में मौजूद थी. जिसके बाद हमने इसकी जानकारी शिक्षा विभाग और प्रशासन को जानकारी दी.

दीपक यादव ने स्कूल पर आरोप लगाते हुए कहा कि कार्मिल स्कूल को लेकर लगातार विवाद बना रहता है. इस स्कूल में धर्म का खेल जारी है यानी बच्चों का ब्रेन वॉश कर उन्हे इसाई धर्म में प्रवेश कर करवाने की कोशिश कर रहे हैं.

बता दें, कार्मेल कॉन्वेंट स्कूल एक इसाई धर्म का स्कूल है, जो अक्सर विवादों में बना रहता है. इस बार भी इसकी मनमानी ने स्कूल प्रबंधन पर कई सवाल उठा दिए हैं. मामले की शिकायत मिलते ही शिक्षा विभाग, जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें जांच करने स्कूल पहुंची. प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए स्कूल में उपस्थित बच्चों को वापस घर भेज दिया है.

जिला शिक्षा अधिकारी अशोक सिन्हा ने बताया कि कलेक्टर के सख्त निर्देश हैं कि आज गांधी जयंती के अवसर पर अगर स्कूल संचालित किया जा रहा है, तो यह गलत है. स्कूल प्रशासन ने भी अपनी गलती मानते हुए माफी मांगी है. वहीं धर्म विवाद को लेकर कहा कि इस मामले को लेकर कहा कि मामले की जांच के बाद उचित कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं.