संविधान पर चर्चा में पीएम मोदी(PM MODI) ने सदन में आज विकसित भारत के लिए 11 संकल्प सदन में रखा. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी(Narendra Modi) ने करीब 2 घंटे सदन में संविधान पर अपनी बात रखी. पीएम ने संविधान को लेकर आपातकाल(emergency), धारा 370(Artical 370) जैसे मुद्दों पर कांग्रेस (Congress) पर जमकर निशाना साधा. अब पीएम मोदी के भाषण पर विपक्षी नेताओं ने अपनी प्रतिक्रिया दी है. वायनाड सांसद प्रियंका गांधी(Priyanka Gandhi) ने पीएम मोदी के स्पीच को बोर करने वाला भाषण बताया वहीं सपा(SP) सांसद अखिलेश यादव(Akhilesh Yadav) ने पीएम मोदी के संकल्प को जुमलों का संकल्प बताया है. पीएम मोदी के भाषण पर अन्य विपक्षी पार्टियों कें नेताओं ने भी अपना रिएक्शन दिया है.

लोकसभा में संविधान पर चर्चा के दूसरे दिन शनिवार शाम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संविधान की गौरवशाली यात्रा पर चर्चा में करीब 110 मिनट का भाषण दिया. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस पर जमकर हमला बोला और आपातकाल का याद दिलाते हुए कांग्रेस पर कई आरोप गंभीर आरोप लगाए. पीएम मोदी के भाषण पर वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि पीएम मोदी का भाषण बोर करने वाला था, मुझे लगा कि वह कुछ नया कहेंगे, लेकिन उन्होंने वही पुराने और खोखले 11 वादों की बात की वास्तव में भ्रष्टाचार के प्रति जीरो टॉलरेंस है, उन्हें तो अडानी समूह के विवादों पर बहस करनी चाहिए.

11 संकल्प को अखिलेश ने कहा जुमलों का संकल्प
पीएम मोदी के विकसित भारत को लेकर लिए 11 संकल्प को समाजवादी पार्टी के सांसद अखिलेश यादव ने जुमलों का संकल्प बताया है. उन्होनें कहा बहुत लंबा भाषण था,आज 11 जुमलों का संकल्प सुनने को मिला. जो लोग वंशवाद की बात करते हैं, उनकी पार्टी वंशवाद से भरी हुई है. जातिगत जनगणना की बात करते हुए सपा सासंद ने कहा कि सच तो ये है कि एससी/एसटी, ओबीसी और दलितों का आरक्षण छीन लिया गया है. जल्द ही वो दिन आएगा जब जाति जनगणना होगी और लोगों को उनकी आबादी के हिसाब से हक और सम्मान मिलेगा.”

पीएम मोदी का आज का दृष्टिकोण सही नहीं

टीएमसी सांसद सुदीप बंद्योपाध्याय ने कहा “इस भाषण में कुछ भी ऐसा नहीं था जिसे लेकर आलोचना की जा सके. पीएम को यह स्वीकार करना होगा कि वे वंशवाद के बारे में बोल सकते हैं, लेकिन ब्रिटिश सरकार के खिलाफ लड़ने में कांग्रेस मुख्य ताकत थी. हर भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में उनकी भूमिका को पहचानता है. इसलिए, हमें यकीन है कि पीएम ने आज जो दृष्टिकोण अपनाया वह सही नहीं है. यह एक मिश्रित प्रकार का भाषण था.”

फिक्स मैच की तरह होता पीएम मोदी का भाषण
सीपीआई सांसद पी. संदोष कुमार ने कहा हम शुरुआत से ही परिणाम जानते हैं, पीएम नरेंद्र मोदी का भाषण चाहे वह आधे घंटे का भाषण हो या एक घंटे का, हमेशा एक फिक्स मैच की तरह होता है, 90% समय जवाहरलाल नेहरू और कांग्रेस पार्टी पर होता है – जवाहरलाल नेहरू और उनकी गतिविधियों पर ध्यान केंद्रित होता है.

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