प्रदीप गुप्ता, कवर्धा। स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया का पर्सनल सेक्रेटरी बताते हुए जिले के स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ डॉक्टरों और कर्मचारियों से अवैध वसूली का मामला सामने आया है. मामले में छत्तीसगढ़ प्रदेश स्वास्थ्य कर्मचारी संघ की ओर से सीएमएचओ के साथ पुलिस अधीक्षक से लिखित शिकायत की है. यह भी पढ़ें : खनिज क्षेत्र में पारदर्शिता और नवाचार का नया अध्याय: 44 खनिज ब्लॉकों की सफल ई-नीलामी, राज्य सरकार को मिला 11 हजार 581 करोड़ का खनिज राजस्व

मामला एक-दो नहीं बल्कि जिले के 30 से अधिक स्वास्थ्य केंद्रों में पदस्थ डॉक्टर या कर्मचारियों से जुड़ा हुआ है. बताया जा रहा है कि इन डॉक्टरों और कर्मचारियों से बीते चार महीने के दौरान लाखों की अवैध वसूली की गई है. घटना की चर्चा एक-दूसरे से करने के बाद लोगों को इसके पीछे सिंडिकेट होने का अहसास हुआ, जिसके बाद छत्तीसगढ़ स्वास्थ्य कर्मचारी संघ के बैनर तले औपचारिक तौर पर मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी और पुलिस अधीक्षक के पास शिकायत दर्ज कराई गई है.

घटना के संबंध में जब स्वास्थ्य विभाग के सचिव आईएएस अमित कटारिया से जब लल्लूराम डॉट कॉम के संवाददाता ने संपर्क किया गया तो उन्होंने इस किसी तरह की टिप्पणी करने से इंकार कर दिया.

क्या तह तक पहुंच पाएगी पुलिस?

जानकार मानते हैं कि अवैध वसूली की भले ही सीएमएचओ और पुलिस महकमे में की गई है, लेकिन इसमें कार्रवाई होने की संभावना शून्य है. इसके पीछे कई वजहें हैं, उनमें से पहला जिनसे वसूली की गई है, उनकी कमजोरी से वसूली करने वाले सिंडिकेट के सदस्य भली-भांति वाकिफ हैं. दूसरा स्वास्थ्य विभाग के सचिव अमित कटारिया की पहचान एक ईमानदार आईएएस अधिकारी के तौर पर है, लिहाजा उन तक जांच की आंच भी नहीं पहुंच पाएगी.