रायपुर। छत्तीसगढ़ के सुकमा में नक्सलियों द्वारा बिछाए गए प्रेशर IED की चपेट में आने से ASP आकाश राव गिरीपुंजे शहीद हो गए. उनकी शहादत से प्रदेशभर में शोक की लहर है. वहीं उनके करीबी उनके साथ जिए अनुभवों को भी याद कर रहे हैं और श्रद्धांजलि दे रहे हैं. वे एक सिंसियर ऑफिसर होने के साथ ही जिंदादिल और खुश मिजाज व्यक्ति थे. उन्हें गायकी का भी काफी शौक था. उनके जाने के बाद सोशल मीडिया में उनकी गायकी का एक पुराना वीडियो तेजी से वायरल हो रहा है, जिसे लोग तेजी से शेयर कर उन्हें याद कर रहे हैं.

दरअसल सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा उनका वीडियो उस समय का है, जब वे महासमुंद में उप कप्तान के पद पर पदस्थ थे (2023-2024). इस बीच उन्होंने वहां एक अधिकारी के विदाई समारोह में अपनी गायकी से चार चांद लगा दिए थे. इस वायरल वीडियों में उनकी दिलकश आवाज में कई पुलिस अधिकारी झूमते भी नजर आ रहे हैं.

सर्चिंग ऑपरेशन के दौरान IED ब्लास्ट में हुए शहीद

बता दें, ASP आकाश राव गिरपून्जे आज सुबह (9 जून) उप पुलिस अधीक्षक कोन्टा भानुप्रताप चंद्राकर, निरीक्षक सोनल गवला और अन्य जवानों के साथ क्षेत्र में नक्सलियों द्वारा वाहन जलाने की घटना की जांच करने पैदल गश्त पर निकले थे. सर्च ऑपरेशन के दौरान कोन्टा-एर्राबोरा मार्ग पर डोंड्रा के पास हुए IED विस्फोट के चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए.

ASP आकाश राव के साथ-साथ भानुप्रताप चंद्राकर (अनुविभागीय पुलिस अधिकारी, कोन्टा) और निरीक्षक सोनल गवला (थाना प्रभारी, कोन्टा) भी इस घटना में घायल हो गए. सभी घायलों को प्रारंभिक उपचार हेतु कोन्टा अस्पताल लाया गया. जहां उपचार के दौरान ASP आकाश राव शहीद हो गए.

बेटी को किया था जन्मदिन साथ मनाने का वादा

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक आकाश राव गिरीपुंजे 2 दिन बाद 11 जून को अपनी बेटी के जन्मदिन पर रायपुर निवास आने वाले थे. उन्होंने अपनी बेटी से वादा किया था कि वे जन्मदिन साथ मनाएंगे. लेकिन नक्सलवाद से जारी जंग में वे आज शहीद हो गए. ASP आकाश राव गिरीपुंजे हफ्तेभर पहले ही अपने घर गए थे. इस दौरान उन्होंने अपने बेटे का जन्मदिन भी मनाया. लेकिन परिवार के साथ यह मुलाकात उनकी आखिरी मुलाकात बन गई. बेटी के जन्मदिन से पहले ही वे वीरगति को प्राप्त हो गए. कल महादेव घाट में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.

वामपंथ उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में दीं अपनी सेवाएं

आकाश राव गिरपून्जे (42 वर्षीय), रायपुर जिले के निवासी थे और 2013 बैच के सीधी भर्ती डीएसपी थे. सुकमा से पहले उन्होंने महासमुंद और रायपुर जिलों में सेवाएं दी हैं. रायपुर के सिविल लाइन थाने में वे CSP भी रहे हैं. वर्ष 2024 से वे कोन्टा के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में सेवा दे रहे थे. वे छत्तीसगढ़ पुलिस के सबसे साहसी योद्धाओं में से एक थे, जिन्होंने मानपुर-मोहला और सुकमा जैसे वामपंथ उग्रवाद प्रभावित क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दीं.

छत्तीसगढ़ में यह तीसरी घटना

छत्तीसगढ़ में यह तीसरी और बस्तर की दूसरी घटना है, जिसमें एडिशनल एसपी स्तर के अधिकारी शहीद हुए हैं. 2001 में एडिशनल एसपी भास्कर दीवान शहीद हुए थे. 2011 में राजेश पवार गरियाबंद IED ब्लास्ट में शहीद हुए. वहीं अब 2025 में ASP आकाश राव सुकमा के कोंटा में IED ब्लास्ट में वीरगति को प्राप्त हो गए.

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