ENG vs IND: 20 जून से भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैचों की टेस्ट सीरीज शुरू हो रही है. इस दौरे के लिए टीम इंडिया का ऐलान पहले ही हो चुका है. सीरीज के आगाज से ठीक पहले भारतीय टीम से बाहर चल रहे एक तूफानी गेंदबाज का दर्द छलका है. उसने टीम में वापसी के लिए कड़ी मेहनत का ऐलान कर दिया. आइए जानते हैं आखिर कौन है ये खिलाड़ी…

ENG vs IND: भारतीय क्रिकेट के तेज तर्रार गेंदबाज उमेश यादव एक बार फिर से टीम इंडिया की जर्सी पहनने को बेताब हैं. ये वही उमेश यादव हैं, जिनकी गेंदों की रफ्तार और सटीकता ने दुनिया के बेहतरीन बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर किया, लेकिन 2023 के विश्व टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल के बाद टीम से वो भारत की टेस्ट टीम से बाहर चल रहे हैं और उन्होंने अब अपने डूबते करियर को बचाने की ठानकर मैदान पर तबाही मचाने का ऐलान कर दिया है.

नागपुर में कोयला खदान में काम करने वाले एक परिवार के बेटे से भारत के स्टार गेंदबाज बनने का सफर किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है. उमेश कहते हैं कि ‘जब मैंने क्रिकेट खेलना शुरू किया तो मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं ये खेलूंगा, वो खेलूंगा, मैं भारत के लिए खेलूंगा. मैं एक नेचुरल फास्ट बॉलर हूं. मैं बचपन से ही तेज गेंदबाजी करता रहा हूं.

उमेश यादव ने एक इंटरव्यू में बताया कि ‘मैं कभी किसी एकेडमी या नेट्स पर नहीं गया. इसलिए मैंने कभी नहीं सोचा था कि मैं भारत के लिए खेलूंगा. मैं खेलता रहा. किसी ने मुझे ये खेलने को कहा, किसी ने मुझे वो खेलने को कहा. खेलते हुए, एक कोयला खनिक का बेटा यहां भारत के लिए खेल रहा है. मुझे लगता है कि कुछ चीजें जो होनी होती हैं, वो होती हैं. मैं हमेशा कहता हूं कि तेज गेंदबाज नेचुरल होते हैं, आप उन्हें तेज गेंदबाज नहीं बना सकते.’ उमेश को जुनून और मेहनत के दम पर ही टीम इंडिया में मौका मिला था. अब उन्हें एक बार फिर यही सब टीम इंडिया में जगह बनाने के लिए प्रेरित कर रहा है.

आखिरी मैच कब खेला था?

2023 में खेले गए WTC फाइनल में उमेश ने दो पारियों में 40 ओवर फेंककर 2/131 के आंकड़े दर्ज किए थे. हालांकि, उस मैच के बाद उन्हें टीम में मौका नहीं मिला, लेकिन उमेश ने हार मानने के बजाय अपनी फिटनेस और प्रदर्शन पर ध्यान दिया है. उमेश मानते हैं कि वापसी आसान नहीं है, लेकिन नामुमकिन भी नहीं.

मैं खुद को नहीं चुन सकता

उमेश यादव ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि ‘वापसी के प्रयास पूरे हो चुके हैं. मैं खुद को नहीं चुन सकता. मुझे कुछ मैच खेलने होंगे, फिट होना होगा. वापसी के लिए मुझे प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना होगा. मेरी कोशिश फिट होकर टीम में वापसी करने की है.’

आखिरी बार कब मैदान पर उतरे थे उमेश यादव?

यादव ने आखिरी बार 2024-25 में रणजी ट्रॉफी में हिस्सा लिया था, जहां वे एक मैच में केवल एक विकेट ले पाए थे. आईपीएल में पिछले सीजन में गुजरात टाइटन्स (GT) के लिए खेलने के बाद वे इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) की मेगा नीलामी में भी अनसोल्ड रहे थे.

उमेश की नई शुरुआत की उम्मीद

टीम इंडिया में वापसी का सपना संजोय बैठे उमेश ने अपना ध्यान पूरी तरह घरेलू क्रिकेट पर लगा दिया है. वह अपनी फिटनेस और गेंदबाजी की रफ्तार पर काम कर रहे हैं. अब देखना दिलचस्प होगा कि क्या उनकी कहानी में एक नया मोड़ आने वाला है, क्या उमेश फिर से भारतीय क्रिकेट के सुनहरे सितारे बनेंगे?
उमेश यादव का शानदार करियर

कैसा है उमेश यादव का टेस्ट करियर?

उमेश यादव ने भारत के लिए अब तक 57 टेस्ट में 170 विकेट चटकाए हैं. उनका औसत 30.95 का रहा है और उन्होंने तीन बार पांच विकेट लेने का कमाल किया है. वनडे और टी20 में भी उनकी धारदार गेंदबाजी ने भारत को कई मैच जिताए हैं, लेकिन आईपीएल 2025 की नीलामी में अनसोल्ड रहने और रणजी ट्रॉफी 2024-25 में सिर्फ एक विकेट लेने के बाद उनका करियर सवालों के घेरे में आ गया है. अब उन्हें करियर को दोबारा पटरी पर लाने के लिए घरेलू क्रिकेट में कुछ बड़ा करना होगा.

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