त्रिशूल, जिसे भगवान शिव का प्रधान अस्त्र माना जाता है, केवल एक हथियार नहीं, बल्कि ब्रह्मांडीय ऊर्जा और संतुलन का प्रतीक है. त्रिशूल के तीन शूल, इच्छा, क्रिया और ज्ञान शक्ति जीवन की तीन प्रमुख शक्तियों का प्रतिनिधित्व करते हैं. यही कारण है कि इसे घर में रखना न केवल धार्मिक दृष्टि से बल्कि ऊर्जा संतुलन के लिए भी अत्यंत शुभ माना गया है.

Also Read This: मंदिरों के गर्भगृह क्यों होते हैं इतने गहरे? जानें मंदिर निर्माण के पीछे छिपी गूढ़ विद्या का रहस्य

त्रिशूल

घर में त्रिशूल रखने के लाभ

वास्तु शास्त्र के अनुसार, त्रिशूल घर में नकारात्मक ऊर्जा को रोकने, नजर दोष से बचाव और वातावरण को पवित्र बनाए रखने का कार्य करता है. यह नकारात्मक शक्तियों की रक्षा कवच की तरह कार्य करता है.

Also Read This: गणेश जी को क्यों प्रिय हैं लड्डू, जानिए श्रद्धा से जुड़ी एक रोचक कथा …

कैसा त्रिशूल रखें

घर के लिए छोटा, धातु (तांबा, पीतल या पंचधातु) से बना त्रिशूल उपयुक्त माना जाता है. इसे भगवान शिव की मूर्ति या तस्वीर के पास या मुख्य द्वार पर ऊपरी कोने में स्थापित किया जा सकता है. Trident पर रुद्राक्ष या लाल धागा बांधना और नियमित रूप से साफ-सफाई एवं पूजा करना शुभ फल देता है.

क्या ध्यान रखें

कभी भी टूटा या जंग लगा त्रिशूल घर में न रखें. Trident को बेइज्जती से न रखें और बच्चों की पहुंच से दूर रखें, क्योंकि यह एक शक्तिशाली प्रतीक है, खिलौना नहीं.

Also Read This: Chaumukhi Diya : कब और क्यों जलाया जाता है चारमुखी दीपक