लखनऊ. क्रिकेटर रिंकू सिंह को BSA बनाने पर सवाल उठ रहे हैं. बेसिक शिक्षा अधिकारी पद के लिए सामान्य तौर पर पोस्ट ग्रेजुएट योग्यता अनिवार्य है, जबकि रिंकू सिंह ने अभी तक हाईस्कूल भी पास नहीं किया है. ऐसे में सवाल खड़े किए जा रहे हैं कि मानकों को नजरअंदाज करके आखिर नियुक्ति क्यों दी गई? लोग योगी सरकार के इस फैसले का खुलकर विरोध कर रहे हैं.
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लीड करेंगे रिंकू
बीएसए का पद विभिन्न तरह की जिम्मेंदारियों से भरा होता है. जिले की शिक्षा व्यवस्था से लेकर तमाम तरह की व्यवस्था की देखरेख करनी होती है. रिंकू सिंह जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी (Rinku Singh BSA Salary) बनने के बाद शिक्षा विभाग को लीड करेंगे. जिसमें जिले की शिक्षा गुणवत्ता, छात्रों की सुविधा और शिक्षकों के बेहतर क्रियान्नवन जैसे अहम काम शामिल है.
रिंकू सिंह का इंटरनेशनल क्रिकेट करियर?
रिंकू सिंह ने कड़ी मेहनत के दम पर टीम इंडिया में एंट्री की. वो सालों तक केकेआर से जुड़े रहे. आईपीएल में धमाकेदार प्रदर्शन के बाद उन्हें भारतीय टीम में मौका मिला. उन्होंने बतौर फिनिशर अपनी जगह बनाई है. वो अब तक 2 वनडे में 27.50 की औसत और 134.14 की स्ट्राइक रेट से 55 रन बना चुके हैं.
वहीं टी20 के 30 मैचों की 22 पारियों में तूफानी बल्लेबाज ने 507 रन बनाए हैं. टी20 में उनकी औसत 46.09 की और स्ट्राइक रेट 165.14 रहा है, खास बात ये है कि रिंकू के बल्ले से 3 फिफ्टी निकलीं. उनका हाई स्कोर नाबाद 69 रन हैं.
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