शिखिल ब्यौहार। भोपाल। ‘जब मैं मरूंगी तब एक कहानी बनेगी। और जब आप ये कहानी पढ़ रहे होंगे.. तब तक मैं उस दुनिया में नहीं होउंगी।” यह अंतिम शब्द 11 वीं कक्षा की नाबालिग छात्रा के थे। जिसने बलात्कार की मानसिक प्रताड़ना के बाद अपनी जीवनलीला समाप्त कर ली थी। अब छह साल बाद उस नाबालिग रेप पीड़िता को इंसाफ मिला। साथ ही दुष्कर्म के आरोपी को 1 लाख रुपये मुआवजा के साथ 20 साल कैद की सजा सुनाई गई। फांसी के फंदे को गले लगाने वाली दरिंदगी की शिकार हुई पीड़िता ने छह पन्नों में अपना दर्द बयां किया था।

6 साल पहले प्रेमजाल में फंसी छात्रा ने लगाई थी फांसी

यह मामला भोपाल के तलैया थाना क्षेत्र का है। 22 मई 2019 को परिजनों को नाबालिग ने फांसी लगाई थी। सुसाइड नोट में पीड़िता ने अपनी कहानी लिखी। आरोपी संदीप ने पहले दोस्ती की फिर प्रेम के जाल में फंसा लिया। आरोपी पड़ोस में ही रहता था। तब सुनहरे सपनों की दुनिया में आशिकी का पहला कदम था। यह साथ सात जन्मों का भले ही न सही, लेकिन इस जन्म में पूरा होना था। 

मौत से कहा था था- अपनी पत्नी की तरह इस्तेमाल किया, फिर शादी से मना कर दिया

लड़कपन की उम्र में भावनाएं दिल दिमाग पर हावी हो गई। लिहाजा भविष्य के सुनहरे सपनों को बुन रही पीड़िता ने आरोपी संदीप को अपना पूर्ण समर्पण किया। शादी का झांसा देकर पीड़िता के साथ आरोपी ने एक नहीं कई बार मनमानी की। पीड़िता ने अंतिम छह पन्नों में लिखा कि “संदीप अब मुझसे शादी करने से इंकार कर रहा है। उसने मेरे साथ सब कुछ किया। मुझे अपनी पत्नी की तरह इस्तेमाल किया।”

मौके पर पहुंचा था आरोपी, मांगा था मृतिका का मोबाइल

पुलिस में दर्ज बयानों में मृतिका के परिजनों ने बताया था कि आरोपी संदीप पड़ोसी था। लिहाजा उसे घटना की तत्काल सूचना मिल गई थी। आरोपी भागने से पहले पीड़िता के घर पहुंचा और उसकी बहन से कहा कि कपड़ों में उसका मोबाइल रखा है। मुझे दे दो, नहीं तो मेरे घर वाले फंस जाएंगे। न्यायालय में लंबी सुनवाई के बाद विशेष न्यायाधीश कुमुदिनी पटेल ने संदीप को दोषी करार दिया। 20 साल कैद के साथ परिजनों को एक लाख रुपये मुआवजा देने का फैसला सुनाया। बता दें कि आरोपी संदीप की मेडिकल रिपोर्ट भी केस में अहम सबूत साबित हुई।

पहले तालाब में कूदकर जान देने की नाकाम कोशिश कर चुकी थी नाबालिग

पुलिस ने जांच में पाया कि शादी से इंकार के बाद भी आरोपी ने कई बार पीड़िता को अपनी हवस का शिकार बनाया था। पीड़िता इस उम्मीद में सब सहती रही कि आज नहीं तो कल संदीप उसे अपनी पत्नी का दर्जा देगा। आए दिन हवसी संदीप से शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना के बाद पीड़िता ने तालाब में छलांग भी लगाई थी। मौके पर मौजूद लोगों ने पीड़िता को बचा लिया था।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H