आशुतोष तिवारी, जगदलपुर। एनएमडीसी के नगरनार स्थित स्टील प्लांट में परिवहन को लेकर चल रहा विवाद अब गंभीर रूप ले लिया है. जय झाड़ेश्वर समिति और बस्तर परिवहन संघ ने अपनी मांगों को लेकर प्लांट का गेट को बंद कर दिया है, जिसके कारण तीसरे दिन भी एचआर क्वाइल का परिवहन ठप है. इस आंदोलन की वजह से एनएमडीसी प्रबंधन को रोजाना करोड़ों का नुकसान हो रहा है. इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में लोमड़ी का आतंक, खुड़िया इलाके में 8 से अधिक लोगों को किया घायल…

गेट बंद कर आंदोलन कर रहे जय झाड़ेश्वर समिति और बस्तर परिवहन संघ की मांग है कि परिवहन का काम उनके द्वारा तय किए गए दर पर ही हो. वहीं दूसरी ओर एनएमडीसी प्रबंधन का कहना है कि समिति के पास एचआर क्वाइल के परिवहन के लिए पर्याप्त ट्रेलर नहीं हैं. वहीं बस्तर परिवहन संघ के अध्यक्ष अमर सिंह का दावा है कि उनके पास 250-300 ट्रेलर हैं, और यदि उन्हें मौका दिया जाए तो वे अपने काम को सिद्ध कर देंगे.

परिवहन संघ के दावे के बीच एनएमडीसी प्रबंधन को रोज करोड़ों का नुकसान उठाना पड़ रहा है. लेकिन प्रबंधन की चिंता इस बात को लेकर ज्यादा है कि अगर आंदोलन लंबे समय तक चलता है, तो प्लांट के ग्राहक अन्य प्लांट की ओर रुख कर सकते हैं. इसके अलावा प्लांट के साथ-साथ बस्तर की छवि भी खराब होगी. एनएमडीसी के संचार प्रमुख रफीक अहमद ने बताया कि इस संबंध में दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारियों और बस्तर प्रशासन के साथ चर्चा की गई है.