प्रदीप शर्मा, गोपालगंज. Manish Kumar Martyr: बिहार के गोपालगंज भोरे प्रखंड में इंडियन आर्मी की तरफ से दोपहर आए एक फोन कॉल्स ने पूरे इलाके को गमगीन कर दिया। सोमवार की अहले सुबह भारत-पाक सीमा पर तैनात भोरे का एक लाल आतंकवादी हमले में शहीद हो गया। घटना की खबर मिलते ही क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई। दोपहर से ही शहीद के परिजनों को सांत्वना देने वालों का तांता लगा रहा।
घात लगाए आंतकियों ने किया हमला
जवान के शहादत की खबर सुनकर परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। घटना की सूचना संबंधित यूनिट द्वारा सोमवार की दोपहर करीब 12:00 बजे शहीद के स्वजनों को दी गई। बताया जाता है कि भोरे थाना क्षेत्र के तिवारी चफवा गांव निवासी मार्कंडेय तिवारी के पुत्र मनीष कुमार तिवारी डिफेंस आर्मी कोर यूनिट में हवलदार के पद पर जम्मू कश्मीर के राजौरी में भारत-पाक सीमा पर तैनात थे। सोमवार की अहले सुबह जब वह अपने निर्धारित पोस्ट से ड्यूटी कर यूनिट की तरफ लौट रहे थे, तभी घात लगाए आतंकवादियों ने हमला कर दिया। जिसमें मनीष कुमार तिवारी की मौत हो गई।
कल देर शाम तक आएगा पार्थिव शरीर
मौत की सूचना एयर डिफेंस यूनिट के जेए द्वारा मनीष कुमार तिवारी के पिता मार्कंडेय तिवारी को दी गई। एयर डिफेंस यूनिट के अधिकारियों ने शहीद मनीष तिवारी के पिता मार्कण्डेय तिवारी से नजदीकी एयर बेस की जानकारी भी प्राप्त की ताकि पार्थिव शरीर को पुरे सैनिक सम्मान के साथ घर तक पहुंचाया जा सके।
स्वजनों से मिली जानकारी के अनुसार पार्थिव शरीर मंगलवार देर शाम तक आने की संभावना जताई जा रही है। उधर घटना की सूचना के बाद इलाके के लोग संवेदना व्यक्त करने के लिए शहीद के स्वजनों से निरंतर मिलकर सांत्वना देते रहे।
सांत्वना देने घर पहुंच रहें लोग
घटना की सूचना के बाद से परिवार की महिलाएं रो-रो कर बेसुध हो रही हैं। शाम करीब पांच बजे भोरे प्रखंड प्रमुख राजेश राम, बीडीओ दिनेश कुमार सिंह बीडीसी केशव सहित अन्य स्थानीय जनप्रतिनिधियो ने शहीद के स्वजनों से मिलकर सांत्वना दी।
13 साल पहले सेना में शामिल हुए था जवान
मनीष कुमार तिवारी बीते करीब 13 वर्ष पूर्व सेना के एयर डिफेंस डिफेंस यूनिट में तैनात हुए थे। अपनी तैनाती के दरम्यान वे देश क़े भिन्न-भिन्न क्षेत्रों देश सेवा में लगे रहे। अभी 5 माह पूर्व ही उनके एयर डिफेंस कोर की यूनिट को ग्वालियर से स्थानांतरित होकर जम्मू कश्मीर के राजौरी में तैनात किया गया था।
मनीष कुमार तिवारी के पिता मार्कण्डेय तिवारी भी सेना में अपनी सेवाएं दे चुके है। सेवा के दौरान वे भी एयर डिफेंस यूनिट में ही तैनात थे, जो फिलहाल सेवानिवृत्ति के बाद अपने गांव तिवारी चफवा में रह कर खेती बारी का काम देखते हैं।
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें