नीरज उपाध्याय/सारण: जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों को मार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले सारण के वीर पुत्र मेजर गौरव भारद्वाज को अदम्य साहस और वीरता के लिए सेना मेडल से सम्मानित किया गया. दिल्ली के करिअप्पा परेड ग्राउंड में आयोजित एक समारोह में भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार ने उन्हें सेना मेडल गैलेंट्री प्रदान किया.

हर्ष का माहौल

मेजर गौरव छपरा शहर के रामकृष्ण मोहल्ला के निवासी हैं. वे स्वर्गीय राजेश्वर प्रसाद और पूर्व प्राचार्या विभा पाठक के पुत्र हैं. उनके इस सम्मान से पूरे सारण जिले में हर्ष का माहौल है. मेजर गौरव की माता विभा पाठक रिविलगंज के प्रभुनाथ उच्च विद्यालय देवरिया की पूर्व प्राचार्या हैं. उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि एक माता होने के कारण अपने पुत्र पर गर्व हो रहा है. मेरे बेटे ने अपने साहसिक कार्यों से न केवल परिवार, बल्कि पूरे सारण के लोगों को गौरवान्वित किया है.

पूरे देश में हुई सराहना 

बता दें कि मेजर गौरव की प्रारंभिक शिक्षा सारण में हुई थी. कक्षा- 5 के बाद उनका चयन सैनिक स्कूल में हुआ. सैनिक स्कूल से पढ़ाई पूरी करने के बाद यूपीएससी की परीक्षा के माध्यम से उनका चयन राष्ट्रीय रक्षा अकादमी (एनडीए) में लेफ्टिनेंट पद पर हुआ था. 23 सितंबर 2023 को जम्मू-कश्मीर में आतंकवादियों ने बड़ा हमला किया था, जिसमें कई सैनिक शहीद हो गए. इसके बाद भारतीय सेना ने आतंकवादियों के खिलाफ एक ऑपरेशन चलाया. इस ऑपरेशन का नेतृत्व मेजर गौरव भारद्वाज ने किया और सभी आतंकवादियों को मार गिराया. उनके इस साहसिक कार्य की सराहना पूरे देश में हुई.

‘यह मेरे लिए गर्व और जिम्मेदारी का प्रतीक है’

सेना मेडल से सम्मानित होने के बाद मेजर गौरव ने कहा कि यह सम्मान मेरा नहीं, बल्कि पूरे सारण और मेरे देश के लोगों का है. यह मेरे लिए गर्व और जिम्मेदारी का प्रतीक है. इस सम्मान समारोह में उपस्थित उनकी पत्नी डॉक्टर गार्गी भारद्वाज ने अपने पति की वीरता की सराहना करते हुए कहा कि गौरव ने यह सिद्ध कर दिया कि वे न केवल एक बेहतरीन अधिकारी हैं, बल्कि साहस और देशभक्ति की मिसाल भी हैं.

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