Donald Trump on sunita williams returns: अमेरिकी एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर 286 दिनों बाद अंतरिक्ष से लौट आए हैं। सुनीता विलियम्स की धरती पर वापसी पर अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का बयान आया है। उन्होंने कहा कि मैंने जो वादा किया था, उसे पूरा किया है।

मीडिया से बात करते हुए राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, ‘प्रेसिडेंट बनने के बाद जब मैं ऑफिस में आया तो मैंने एलन मस्क से कहा कि हमें उन्हें (सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर) को वापस लाना होगा। बाइडेन ने उन्हें छोड़ दिया है। अब वे वापस आ गए हैं। जब वो बेहतर हो जाएंगे तो वे ओवल ऑफिस (राष्ट्रपति ऑफिस) में आएंगे।
सुनीता विलियम्स और विल्मोर की वापसी पर व्हाइट हाउस ने एक्स पर लिखा था, ‘जो वादा किया, उसे निभाया। राष्ट्रपति ट्रंप ने 9 महीने से स्पेस में फंसे अंतरिक्ष यात्रियों को बचाने का वादा किया था। आज उनकी धरती पर सुरक्षित लैंडिंग हो गई है। एलन मस्क, स्पेसएक्स और नासा को धन्यवाद।
8 जून, 2024 को अंतरिक्ष के लिए रवाना हुए थे एस्ट्रोनॉट्स
बता दें कि अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा के एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स और बैरी बुच विल्मोर 8 जून, 2024 को बोइंग के स्टारलाइनर स्पेसक्राफ्ट के जरिए अंतरिक्ष में गए थे। नासा का ये 8 दिन का स्पेस मिशन था, लेकिन इस स्पेसक्राफ्ट में टेक्निकल खराबी के बाद दोनों की वापसी टल गई। इस बीच कई बार नासा ने उन्हें वापस लाने का प्रयास किया, लेकिन दोनों एस्ट्रोनॉट की वापसी नहीं हो सकी। आखिरकार नौ महीने बाद स्पेसएक्स के ड्रैगन कैप्सूल के जरिए दोनों को धरती पर वापसी हुई है।
सुनीता विलियम्स को होंगे ये हेल्थ प्रॉब्लम
इतने अधिक समय तक अंतरिक्ष में रहने के कारण सुनीता विलियम्स के हेल्थ पर बुरा असर पड़ा है। पृथ्वी पर लौटने के बाद हड्डी का घनत्व पूरी तरह से ठीक होने में सालों लग सकते हैं। अंतरिक्ष से धरती पर वापसी के बाद सबसे चिंता की बात हड्डियों और मांसपेशियों का कमजोर होना है। ISS में अंतरिक्ष यात्री माइक्रोग्रैविटी में तैरते हैं, जो उनके शरीर पर असर डालता है। पृथ्वी पर हमारे शरीर को हमेशा गुरुत्वाकर्षण के खिलाफ काम करना पड़ता है, जिससे हमारी मांसपेशियों और हड्डियों को लगातार व्यायाम मिलता है। अंतरिक्ष में इस प्रतिरोध के बिना, मांसपेशियों की ताकत और हड्डियों का घनत्व घटने लगता है, क्योंकि शरीर को अपना वजन सहने की आवश्यकता नहीं होती।
9 महीने स्पेस में रहते हुए बनाए कई रिकॉर्ड
286 दिन इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन पर रहते हुए सुनीता विलियम्स और उनकी टीम ने 900 घंटे की रिसर्च पूरी की। उन्होंने इस दौरान करीब 150 एक्सपेरिमेंट्स किए। सुनीता विलियम्स दुनिया की पहली महिला बन गई हैं, जिन्होंने अंतरिक्ष में इतना समय बिताया। नासा ने ये भी बताया कि सुनीता ने स्पेस स्टेशन के बाहर भी 62 घंटे, 9 मिनट बिताए यानी 9 बार स्पेसवॉक किया। सुनीता विलियम्स ने आईएसएस पर कई इंपोर्टेंट रिसर्च प्रोजेक्ट पर काम किया। इन रिसर्च में ग्रैविटी, फ्यूल सेल्स, रिएक्टर्स, योन्यूट्रिएंट्स प्रोजेक्ट, बैक्टीरिया का साइंटिफिक इस्तेमाल शामिल हैं।
Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- उत्तर प्रदेश की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें
- खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें
- मनोरंजन की बड़ी खबरें पढ़ने के लिए करें क्लिक