कुंदन कुमार, पटना। राष्ट्रीय जनता दल में संगठन का लगातार चुनाव हो रहा है. जिला अध्यक्ष से लेकर प्रखंड अध्यक्ष के चुनाव को लेकर नामांकन भी हो गया है. अब राजद के प्रदेश अध्यक्ष और राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के चुनाव के लिए 14 जून को नामांकन होगा और 19 जून को राज्य परिषद की बैठक होगी. राजद के राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी डॉ रामचंद्र पूर्वे ने सभी राज्यों के लिए प्रदेश अध्यक्षों एवं राष्ट्रीय परिषद के सदस्यों के चुनाव का कार्यक्रम घोषित कर दिया है.
सामाजिक सद्भावना के रूप में मनेगा लालू का जन्मदिन
सहायक राष्ट्रीय निर्वाचन पदाधिकारी चितरंजन गगन ने बताया कि, विस्तृत कार्यक्रम की घोषणा संबद्ध राज्यों के राज्य निर्वाचन पदाधिकारी, जिला इकाइयों का चुनाव संपन्न होने के बाद करेंगे. उन्होंने कहा कि, राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव का इस बार 78वां जन्मदिन है. 11 जून को राष्ट्रीय जनता दल इसे सामाजिक न्याय और सद्भावना दिवस के रूप में मनाएगीम मनाएगी.
जगदानंद सिंह की छुट्टी तय
सूत्रों के अनुसार इस बार प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की छुट्टी तय है और कहीं ना कहीं राष्ट्रीय जनता दल को इस बार नया प्रदेश अध्यक्ष मिलेगा. अब देखना यह है कि प्रदेश अध्यक्ष के चुनाव के लिए जो नामांकन 14 जून को होना है, उसमें कौन-कौन राजद के नेता नामांकन करते हैं?
राजद से नाराज चल रहे हैं जगदा बाबू
बता दें कि बीते कुछ महीनों से जगदानंद सिंह काफी परेशान हैं. आरजेडी से नाराज हैं. इतना ही नहीं राजद कार्यालय से भी जगदा बाबू दूरी बनाए हुए हैं. ऐसे भी कहा जा रहा है कि वो कार्यालय पहुंचते ही नहीं हैं. हालांकि बीते 21 अप्रैल को ये खबर आई थी कि उन्होंने दिल्ली एम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव से करीब ढ़ाई घंटे लंबी मुलाकात की थी. माना जा रहा है कि उस मुलाकात में संगठनात्मक बदलाव को लेकर चर्चा हुई और वहीं इस बदलाव की नींव रखी गई.
लालू और जगदा बाबू की दोस्ती
जगदानंद सिंह और लालू यादव की दोस्ती की शुरुआत जनता दल के दौर से हुई थी. जब लालू 1997 में आरजेडी की नींव रखी तब जगदानंद सिंह उनके साथ मजबूती से खड़े रहे. लालू यादव और जगदा बाबू का ये रिश्ता इतना गहरा है कि लालू उन्हें प्यार से जगदा बाबू कह कर बुलाते हैं. बता दें कि राजनीतिक उतार-चढ़ाव में जब कई साथी लालू से दूरी बना लेते हैं तब जगदा उनके साथ मजबूती से खड़े रहे. चाहे वह चारा घोटाला हो या फिर लालू का जेल जाना. जगदानंद सिंह ने कभी भी लालू यादव का विश्वास नहीं तोड़ा.
कौन हैं जगदानंद सिंह?
जगदानंद सिंह नवंबर 2019 से राजद के बिहार प्रदेश अध्यक्ष हैं. इसके पहले जगदा 6 बार विधायक बने और एक बार सांसद भी रह चुके हैं. कई विभागों के मंत्री भी रह चुके हैं. लालू-राबड़ी सरकार में वे बिजली विभाग के मंत्री बने और उस समय उन्होंने बक्सर के गांवों में बिजली पहुंचाने का शानदार काम किया था. इस वजह से लोग उन्हें ‘बिजुलिया बाबा’ भी कहते हैं.
राजद में जगदानंद सिंह की भूमिका
जगदानंद सिंह ने राजद को संगठनात्मक तौर पर मजबूत करने के लिए कई बड़े फैसले लिए. 2019 के लोकसभा चुनाव में जब पार्टी को हार का सामना कर रही थी तब जगदा बाबू की नियुक्ति ने संगठन में नई जान फूंक दी थी. उनकी नियुक्ति को लेकर लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव और तेजस्वी यादव के बीच तनाव के तौर पर भी देखा गया. तेज प्रताप यादव जगदानंद के इन नियुक्तियों से खफा नजर आए. सामाजिक समीकरण यानी राजपूत नेता के जरिए सवर्ण वोटों साधने की कोशिश की गई थी.
2020 के चुनाव में सबसे बड़ी पार्टी बनी RJD
2020 के विधानसभा चुनाव में भले ही महागठबंधन बहुमत से 10 सीट पीछे रह गया, लेकिन आरजेडी 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. इसमें जगदानंद सिंह का बड़ा हाथ था. समीकरण बदलते रहे और बिहार विधानसभा चुनाव की तैयारियों के बीच आरजेडी एक कदम आगामी रणनीति की तरफ बढ़ाती हुई नजर आ रही है.
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