प्रतीक चौहान. रायपुर. रायपुर रेलवे स्टेशन के सभी टी स्टॉल से जनता खाना गायब हो गया है. कमर्शियल विभाग के अधिकारियों को शायद इसकी चिंता भी नहीं… वो इसलिए क्योंकि ये तो जनरल डिब्बे में बैठने वाले यात्री खरीदकर खाते है, इसे यदि एसी-1 में बैठने वाले यात्री खरीदते तो शायद अब तक रेल मंत्री तक ये मामला पहुंच जाता. GM-DRM और Sr.DCM कई बार टी स्टॉल संचालक पर कार्रवाई कर देते.


इतना ही नहीं रायपुर रेलवे स्टेशन के तमाम टी स्टॉल में मट मैले केन के पानी से चाय बनाकर बेची जा रही है. 20 को रायपुर रेल मंडल के निरीक्षण में जीएम आ रहे है, तब तक अधिकारी इसे हटा लेंगे… और जीएम को साफ-सुथरा दिखाने के लिए यहां पानी की नई केन भी लगा ली जाएगी… लेकिन तब तक शायद यात्रियों को इस मट मैले केन के पानी से ही चाय पीना पड़ेगा.
रेलवे स्टेशन में कहने को कमर्शियल विभाग के 2 अधिकारी मुस्तैदी से ड्यूटी करते है. लेकिन उनकी ये मुस्तैदी रेलवे स्टेशन में कम और स्टेशन के बाहर ज्यादा दिखाई देती है. संभवत: यही कारण है कि रेलवे स्टेशन के अंदर स्टॉलों पर क्या चल रहा है, इसकी जानकारी न तो अफसरों को है और न उच्च पदस्थ कमर्शियल अधिकारियों को.
यही कारण है कि रायपुर रेलवे स्टेशन की इस बदइंतजामी का खामियाजा रोजाना लाखों यात्रियों को भुगतना पड़ रहा है.
खुले में रखी बोतल… उसी से भर रहे पानी
लल्लूराम डॉट कॉम की पड़ताल में ये बात सामने आई कि प्लास्टिक के बड़े केन के बाजू में एक 5 लीटर की महीनों पुरानी पानी की बोतल रखी होती है. उसमें भी पानी भरकर रखा जाता है और बड़ी केन खाली होने के बाद उस पानी को भरा जाता है. एक स्टॉल में तो ये पानी की बोतल खुली पड़ी मिली.
ये सभी तस्वीरें लल्लूराम डॉट कॉम ने 14 जून को दोपहर 2 से 3 बजे के बीच खिंची है. हालांकि कंपनी के मैनेजर ने इसे तुरंत हटा लेने की बात कही है.


